साल 2019 में करें ये 19 उपाय, चमक जाएगी आपकी किस्मत
नया साल शुरू होने वाला है. कई लोगों के मन में नए साल को लेकर कई सवाल उत्पन्न होते हैं. लेकिन नया साल कैसा होगा, कितनी खुशियां है इसकी झोली में ये तो कोई नहीं जानता है, लेकिन यदि आप चाहते हैं कि नया साल जीवन को खुशियों से सराबोर कर दें, तो यह 19 शुभ उपाय आजमाएं और वर्ष 2019 को शानदार बनाएं…
1. लक्ष्मी का वास वहां माना जाता है, जहां स्वच्छता तथा सुगंध हो. अत: रहने का स्थान तथा कार्य का स्थान स्वच्छ एवं सुगंधित हो, ऐसा प्रयत्न करना चाहिए.
2. घर में गौमूत्र, नमक तथा फिटकरी मिलाकर नित्य पोंछा लगाना चाहिए, जिससे नेगेटिव एनर्जी उत्पन्न न हो. वस्त्रादि स्वच्छ रखने के साथ इत्र-स्प्रे इत्यादि का इस्तेमाल करना चाहिए.
3. नए साल के पहले दिन, जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ पर पूजन-अर्चन करना चाहिए.
4. वर्षारंभ में कुछ अच्छा करने का संकल्प लेकर वर्षांत तक उसे पूर्ण करने का पूरा प्रयास करें.
5. वृक्ष-पौधे लगाकर सेवा करें. अपने नक्षत्र की वनस्पति तथा राशि की वनस्पति पर यह प्रयोग अत्यंत लाभकारी होता है.
6. स्वयं को स्वस्थ रखने के लिए नित्य एक माला महामृत्युंजय की अवश्य करें. 40 दिन बाद से परिणाम दिखने प्रारंभ हो जाएंगे.
7. जिन व्यक्तियों को कर्ज से राहत न मिल रही हो या खर्च ज्यादा हो, आवक कम हो, वे लक्ष्मीजी का कोई भी मंत्र प्रारंभ कर दें. दीपावली पर इसके हवन इत्यादि कर ऐश्वर्य, लाभ प्राप्त कर सकते हैं.
8. इस वर्ष जो ग्रह उच्च के हों या सकारात्मक हो उनकी विशेष पूजा करें.
9. जिन पत्रिकाओं में कालसर्प दोष हो, वे महाशिवरात्रि को इसका पूजन करा लें. इस दिन महाशिवरात्रि है और यह प्रशस्त दिन माना गया है.
10. जिन व्यक्तियों को राज्य से या बड़े व्यक्तियों से कार्य में अड़चन आ रही हो, वे एक माला मकर संक्रांति (14 जनवरी) से नित्य करें.
मंत्र- ॐ नमो भास्कराय त्रिलोकात्मने।
महपति वश्यं कुरु-कुरु स्वाहा।।
11. जिन व्यक्तियों के किसी भी कार्य में रुकावट हो, वे बसंत पंचमी से नित्य एक माला करें.
मंत्र- ॐ श्रीं श्रीं ॐ ॐ श्रीं श्रीं हूं फट् स्वाहा।।
12. जिन्हें ज्ञान की आवश्यकता हो, वे पंचाक्षरी शिवमंत्र शिवरात्रि से रात्रि 10 से 12.30 बजे तक पैरों को पानी में डुबाकर जप नित्य करें- ‘ॐ नम: शिवाय।।’
13. राहु ग्रह से परेशान व्यक्ति संक्रांति से प्रत्येक शनिवार पानी वाले नारियल अपने पर से उतारकर बहते शुद्ध जल में बहाएं, अगली संक्रांति तक.
14. केतु ग्रह से परेशान व्यक्ति तेल लगाकर प्रत्येक शनिवार काले कुत्ते को रोटी खिलाएं तथा गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ नित्य करें.
15. जो लोग कालसर्प दोष से पीड़ित हों, वे नाग गायत्री का जप शिव मंदिर में या पीपल के नीचे बैठकर शिवरात्रि से नित्य करें- ‘ॐ नवकुलाय विद्महे विष दन्ताय धीमही तन्नो सर्प: प्रचोदयात्।।’
16. जो विद्यार्थी पढ़ने में कमजोर हों, स्मरण शक्ति कम हो, व सरस्वती के चित्र के सामने बैठकर नित्य एक माला बसंत पंचमी से करें-
‘ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं ॐ सरस्वत्यै नम:।।’
17. भय होने पर हनुमान मंत्र संक्रांति से नित्य जपें-
‘ॐ ऐं ह्रीं हनुमते रामदूताय नम:।।’
18. प्रतिदिन पीपल पर दीपक जलाएं या फिर प्रति मंगलवार हनुमान जी को पान का बीड़ा चढ़ाएं.
19. गाय, पक्षी, कुत्ते, चींटी को आहार अवश्य डालें. तुलसी का पूजन करें. प्रतिदिन दीपक लगाने का संकल्प लें.