जीवनशैली : अंगदान दो प्रकार का होता है, अंगदान और टिशू यानी ऊतकों का दान। अंगदान में शरीर के अंदरूनी हिस्सों का दान किया जाता है। जब कि ऊतक यानी टिशू दान में आमतौर पर आंख, कान, त्वचा, हड्डी और ह्रदय वाल्व से जुड़ा है। दान किए जा सकने वाले अंगों में गुर्दे, यकृत, पैनक्रियाज, फेफड़े और आंखों, त्वचा, हड्डी, अस्थि मज्जा, नसों, मस्तिष्क, हृदय वाल्व, कान का परदा, कान की हड्डियों और रक्त का दान कर सकते हैं।