सावधान! आपकी फ्रेंड लिस्ट में शामिल ये लड़कियां बन सकती हैं खतरा
सुरक्षा एजेंसीज के गुप्त सूत्रों की माने तो यह सभी महिला हथियार चलाने सहित हनी ट्रैप करने में परिपूर्ण हैं। साथ ही इनका प्रमुख हथियार सोशल मीडिया बन रहा है। इसके जरिए यह नवजवानों और सुरक्षा एजेंसीज के लोगों को निशाना बना रही हैं। इसके लिए पाकिस्तान ने बाकायदा पीओके में सोशल मीडिया की ट्रेनिंग का एक इंस्टिट्यूट भी शुरू किया है। जहां वह लड़कियों और महिलाओं को जिहाद के नाम पर आतंकवाद की शिक्षा दे रहा है साथ ही उन्हें सोशल मीडिया के गुण भी सिखा रहा है। पाक इन महिलाओं को कूरियर की तरह प्रयोग करने की फिराक में है।
पीओके में यहां चल रही महिला आतंकियों की ट्रेनिंग
सुरक्षा सूत्रों की माने तो महिला आतंकियों की ट्रेनिंग पीओके में तीन कैंप में चल रही है। इसमें आईएसआई के कुछ लोग में ट्रेनिंग दे रहे हैं। पीओके में सेंसा, बिम्बर और कोटली में यह ट्रेनिंग कैंप चलाए जा रहे हैं। इसमें बिम्बर में आईएसआई इन महिलाओं को सोशल मीडिया और आईटी की ट्रेनिंग दे रहा है। वहीं सेंसा और कोटली में उन्हें पाकिस्तानी सेना हथियार चलाने का प्रशिक्षण दे रही है।
फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम चलाने की दी जा रही ट्रेनिंग
पीओके के ट्रेनिंग कैंप में पाक के सोशल मीडिया एक्सपर्ट महिलाओं को सोशल मीडिया चलाना सिखा रहे हैं। इसमें उन्हें कम्युनिकेशन स्किल्स का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही उन्हें एक विशेष समुदाय के युवाओं को फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर फ्रेंड बनाने और उन्हें जिहाद के नाम पर आतंक के रास्ते पर लाने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है। इसके साथ ही इसी माध्यम से सेना, पुलिस और कई बड़े खुफिया विभागों के अफसरों को हनी ट्रैप कर उनसे महत्वपूर्ण जानकारियां हांसिल करने के तरीके भी सिखाएं जा रहे हैं।
यूपी, बिहार और कश्मीर के युवा हैं इन महिला आतंकियों के निशाने पर
सूत्रों ने बताया कि इन महिला आतंकियों के निशाने पर यूपी, बिहार और जम्मू-कश्मीर के इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे विशेष समुदाय के युवा हैं। उन युवाओं से यह महिला आतंकी सोशल मीडिया के माध्यम से दोस्ती कर रही हैं। जिसके बाद वह उन्हें जिहाद के नाम पर भड़का रही हैं और उन्हें आतंक के रास्ते पर आने को मजबूर कर रही हैं।