गुस्साए लोगों ने पहले मंगलौर थाने में और फिर सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन किया। हटाने के लिए जब पुलिस ने जबरदस्ती करनी चाही तो गुस्साए लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इस पर पुलिस ने भी लाठी चार्ज कर लोगों को काबू किया। शाम तक लोग इंस्पेक्टर को हटाने और मृतक के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग करते रहे।
सोमवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे हरचंदपुर निवासी राजवीर (40) अपने भाई राकेश कुमार के साथ ड्यूटी पर जा रहा था। दोनों ही भाई हिंदुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड कंपनी में कार्यरत थे। जैसे ही दोनों नहर पटरी पर आम के पेड़ के समीप पहुंचे तो वहां रास्ते पर पहले से ही ईंटों की दीवार सी बनी मिलीं। इस पर उन्होंने बाइक को रोक दिया। तभी दो नकाबपोश बदमाश आ धमके। उन्होंने पैसे निकालने के लिए कहा, जिसका दोनों भाइयों ने विरोध किया।
इस पर एक बदमाश ने राजवीर सैनी को गोली मार दी और मौके से फरार हो गए। भाई ने इसकी सूचना परिजनों और पुलिसकर्मियों को दी। वाहन से उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था, इस दौरान रास्ते में ही राजवीर की मौत हो गई। गुस्साए लोगों ने पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन और गौरव चौधरी के नेतृत्व में थाने में प्रदर्शन किया और इंस्पेक्टर को हटाने की मांग की। साथ ही पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग उठाई।
पुलिस के नहीं सुनने पर गुस्साए लोगों ने नहर पटरी के समीप हाईवे पर शव रखकर जाम लगा दिया। पुलिस ने जबरन उन्हें हटाने का प्रयास किया तो लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इस पर पुलिस ने भी लाठी चार्ज कर लोगों को काबू किया। एसपी देहात प्रमेंद्र डोभाल का कहना है कि मार्ग जाम करने और पथराव करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
मंगलौर क्षेत्र में हरचंदपुर गांव के ग्रामीणों के अनुसार नहर पटरी पर रातभर बदमाश जमे रहे। इस दौरान उन्होंने एक कार सवार से भी लूटपाट की, जिसकी जानकारी मिलने पर लोगों ने पुलिस को भी सूचना दी। सूचना के बाद दो पुलिसकर्मी मौके पर गए, लेकिन मार्ग पर रखी ईंटें हटाकर वापस आ गए।
इसके बाद सुबह बाइक से ड्यूटी जा रहे राजवीर सैनी और राकेश कुमार को बदमाशों ने मार्ग पर ईंटें डालकर रोक दिया। बाइक रोकने पर वहां धमके नकाबपोश बदमाशों ने लूट का प्रयास किया और विरोध करने पर गोली मार दी। ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से हटाने और मृतक के परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की।
मेरी आंखों के सामने भाई को मार दी गोली
मृतक के भाई राकेश ने बताया कि हम लोग रोज की तरह सोमवार की सुबह भी बाइक से ड्यूटी के लिए जा रहे थे। नहर पटरी के पास पहुंचे तो देखा कि वहां ईंटों से रास्ता बंद किया गया था। रास्ता सुचारु करने के लिए हम उतरे ही थे कि दो नकाबपोश बदमाश आ धमके।
उन्होंने सारा माल बाहर निकालने के लिए कहा, लेकिन हमने मना कर दिया। इससे पहले कि हम कुछ समझ और कर पाते एक बदमाश ने मेरे सामने ही भाई को गोली मार दी। यह बताते हुए राकेश कुमार की आंखों में आंसू आ गए।
राकेश के साथ मौजूद कंपनी के तमाम कर्मचारी भी दोनों भाइयों की सादगी की दुहाई देने लगे। कहा कि इन लोगों ने बदमाशों का क्या बिगाड़ा था। कंपनी में भी दोनों भाइयों का व्यवहार सभी कर्मियों से मधुर थे। उन्होंने कहा कि पुलिस की हीलाहवाली से ही रजनीश की जान चली गई।
पुलिस की हीलाहवाली से नाराज लोगों ने मंगलौर थाने का घेराव किया। यहां पुलिस की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं होने पर गुस्साए लोगों ने हाईवे पर जाम लगा दिया। इससे करीब आधे घंटे तक हाईवे जाम रहा और दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इसके बाद पुलिस ने गुस्साए ग्रामीणों को जबरन हाईवे से हटाने का प्रयास किया। इस पर कुछ ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। फिर पुलिस ने भी चौतरफा लाठियां भांजी और भीड़ को काबू किया।
हरचंदपुर के युवक की हत्या के बाद परिजन और ग्रामीण मंगलौर थाने पहुंचे। जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया गया। पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन और गौरव चौधरी ने भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि जब ग्रामीणों की ओर से रात में बदमाशों द्वारा मार्ग जाम करने की सूचना पुलिस को दी गई तो ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की गई। उन्होंने भी इंस्पेक्टर को तत्काल हटाने की मांग उठाई। इस पर सीओ जीबी पांडे ने जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई का भरोसा देकर उन्हें चलता कर दिया।
ग्रामीणों का गुस्सा कम नहीं हुआ और उन्होंने दून-दिल्ली हाईवे पर मंगलौर के पास शव रखकर जाम लगा दिया। इसकी सूचना मिलने पर विभिन्न थानों की पुलिस को मौके पर बुला लिया गया। पुलिस अधिकारियों ने परिजनों और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे इंस्पेक्टर को हटाने और मृतक के परिजनों को मुआवजे की मांग पर अड़े रहे।
इसके बाद पुलिस ने जोर जबरदस्ती शुरू की तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने भी पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस बल ने लाठी चार्ज कर लोगों को काबू किया। देर शाम तक ग्रामीण इंस्पेक्टर को हटाने और मुआवजे की मांग करते रहे।
रात करीब 11 बजे ग्रामीणों ने मार्ग पर बदमाश होने और मार्ग ईंटों से जाम करने की सूचना दी थी। इस पर पुलिस ने जाकर कार्रवाई करते हुए ईंटों को हटा दिया था। दो घंटे तक पुलिस वहां रही भी, लेकिन कोई बदमाश नजर नहीं आया। हाईवे जाम करने और पथराव करने वाले ग्रामीणों को चिह्नित किया जा रहा है। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।