सावन में करे ये उपाय, शिव की कृपा से मिलेगी शनि दोष से मुक्ति
इंदौर: कुंडली में शनिदोष का होना जीवन में कई परेशानियों को आमंत्रित करता है। ऐसी स्थिति में जातक भगवान शिव जी को प्रसन्न कर इस दोष से मुक्ति प्राप्त सकता है। अगर आप भी शनि के दुष्प्रभाव से ग्रषित हैं, तो आपके लिए आज का दिन यानी सोमवार का तीसरा शनिवार कई तरह से फायदेमंद साबित हो सकता है। आज के दिन अगर आप भगवान शिव और शनिदेव जी की आराधना करते हैं तो आप इस दोष से मुक्ति पा सकते हैं। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार शनि का अशुभ असर कम करने के लिए शनि ग्रह से संबंधित उपाय तो करना ही चाहिए। साथ ही शिव जी की आराधना भी करनी चाहिए। सावन शनिवार के दिन अगर आप भगवान शिव जी की आराधना करते हैं तो इससे शनि दोष से मुक्ति मिलती है। चलिए जानते हैं कि शिवजी की कृपा पाने के लिए क्या-क्या प्रयास करें।
तीसरे शनिवार को शिवलिंग पर चढ़ाए ये चीजें
हिन्दू धर्म में सावन माह को बेहद ही खास माना गया है। ऐसे में अगर आप शनि दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो यह माह इस उपाय के लिए भी बेहद उपयुक्त है। आज सावन माह का तीसरा शनिवार है, और शनि दोषों से निजात पाने के लिए सावन महीने के तीसरे शनिवार को शिवलिंग पर कुछ विशेष चीजें चढ़ाएं। ऐसा करने से भगवान शिव आपसे प्रसन्न होंगे और शनिदोष से राहत मिलेगी। अगर आप सावन माह के शनिवार के दिन शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं तो इससे भी बेहद लाभ होता है। इसके बाद आप शिव जी को दूध, दही में चीनी, केसर, देसी घी मिलाकर अर्पित करें। पंचामृत और केसर से शिवलिंग का अभिषेक करने के बाद उन्हें चंदन लगाएं। इसके बाद उन्हें इत्र चढ़ाएं। हो सके तो आप भगवान को शहद भी अर्पित करें क्योंकि शिवजी को शहद अति प्रिय होता है। अंत में आप भगवान शिव को भांग चढ़ाना बिलकुल न भूलें।
अंत में छाया दान करना होता है जरूरी
ऊपर दी गई पूजा आप सुबह ही स्नान करने के बाद करें। इसके बाद शाम को शिव चालीसा का पाठ करें। इस बात का ध्यान रखें कि अगर आप मांसाहारी हैं तो कोशिश ये करें कि सावन के माह में इन सब चीजों से दूर रहें एवं मदिरा का भी सेवन करने से बचें। तीसरे शनिवार के दिन शाम के समय किसी जरूरतमंद को दान देना न भूलें इस दान में आप उसकी जरूरत की चीजें दे सकते हैं। इस दिन शनि मंदिर में जाकर दीप प्रज्वलित करना न भूलें। अगर शनिदेव जी का आप पर बेहद ही बुरा प्रकोप चल रहा है तो एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखें और फिर उस तेल को कटोरी सहित मंदिर में रख आएं। इस तरह छाया दान करने से शनि के प्रकोप से आप मुक्त हो सकते हैं।