साल 2016 के अगस्त के महीने में ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया था। रियो ओलंपिक की महिला बैडमिंटन स्पर्धा के फाइनल में भारत की पीवी सिंधू को स्पेन की कैरोलीना मरीन के हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
इसके बाद सिंधू को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा और गोल्ड स्पेन की कैरोलीना मरीन के हिस्सा में आया। सिल्वर जीतने के बाद देश ने सिंधू को सिर-आंखों पर बिठाया और उनकी झोली में इनामों की जमकर बारिश हुई।हालांकि सिंधू से ओलंपिक फाइनल जीतने वाली मरीन ने कहा कि सिंधू के सिल्वर पर जितने पुरुस्कार उन्हें मिले, उतने इनाम गोल्डी जीतने के बावजूद उन्हें नहीं मिले। मरीन ने कहा कि उनके देश में ऐसा कुछ नहीं है, जैसा भारत में है।
जहां सिंधू को सिल्वर मेडल जीतने पर 15 करोड़ से अधिक का कैश इनाम, कई सरकारों की तरफ से जमीन, ग्रेड वन सरकारी नौकरी और एक नई नवेली BMW कार मिली। इस कार की चाबी उन्हें सचिन तेंदुलकर ने खुद दी थी।वहीं स्पेन की सनसनी कैरोलीना मरीन को 95 हजार यूरो यानी करीब 67 लाख रुपए ही मिले। हालांकि, प्रो बैडमिंटन लीग में मरीन सबसे ज्यादा 61.5 लाख रुपए में बिकीं, वहीं सिंधू के लिए सिर्फ 39 लाख रुपए की ही बोली लगी|