सिडनी में गर्मी से हाहाकार, बना 158 साल का इतिहास, एशेज पर भी दिखा असर
सिडनी. ब्रिटेन में भीषण सर्दी है. टेंपरेटर फ्रीजिंग लेवल से काफी नीचे जा चुका है. दिल्ली सहित उत्तर भारत में रहने वाले लोग भी बेहद तगड़ी सर्दी को झेल रहे हैं. सर्दी के सितम के बीच सात समंदर पार ऑस्ट्रेलिया में गर्मी लोगों को झुलसा रही है. ऑस्ट्रेलिया में रविवार को टेंपरेचर 47.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया. टेंपरेचर में दर्दनाक बढ़ोतरी का असर एशेज पर भी देखा गया. जो रूट चौथे दिन के खेल के बाद डायरिया की शिकायत के चलते अस्पताल में भर्ती कराए गए. तबियत खराब होने के बावजूद रूट पहले सत्र में बल्लेबाजी करने उतरे, लेकिन लंच के बाद वह बल्लेबाजी नहीं कर सके.
सुबह चौथे दिन इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट के नुकसान पर 93 रन था. क्रीज पर कप्तान जो रूट और जानी बेयरस्टॉ को मौजूद रहना था, लेकिन रात को रूट को डीहाइड्रेशन के चलते डायरिया और उल्टियां होने लगी. तबियत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा था. जिसकी वजह से सुबह पारी की शुरुआत मोईन अली और जॉनी बेयरस्टॉ ने की. रविवार को सिडनी में 1939 के बाद सबसे गर्म दिन रहा. 47.3 डिग्री सेल्सियस का यह टेंपरेचर 158 साल के इतिहास में सबसे अधिक तापमान वाले दिनों में से एक है. बता दें कि टेंपरेचर रिकॉर्ड होने की प्रक्रिया ही 158 साल पहले शुरू की गई थी. 1939 में यहां 47.8 डिग्री सेल्सियस का टेंपरेचर रिकॉर्ड किया गया था.
इंस्टाग्राम सहित सोशल मीडिया के अलग अलग हैंडल पर लोगों ने अपनी तस्वीरें शेयर की जिसमें वे गर्मी दूर करने के लिए अपना रहे उपायों को साझा करते दिखाई दिए. बिकनी में लड़कियों का रेला समंदर किनारे नजर आया. वहीं पुरुष भी इसमें पीछे नहीं रहे. बीच अथॉरिटीज को भीड़ को देखते हुए चेतावनी संदेश जारी करने पर मजबूर होना पड़ा.
ऑस्ट्रेलिया में गर्मी की वजह से आग की घटनाएं आम हैं. जंगल में आग के अंदेशे और प्रदूषण के खतरे ने भी प्रशासन की नींद उड़ाई हुई है. सिडनी और आसपास के इलाकों में पूरी तरह फायर बैन लागू कर दिया गया है. ऑस्ट्रेलिया के अन्य कई हिस्सों में भी रिकॉर्ड स्तर पर गर्म हवाएं चल रही हैं. न्यू साउथ वेल्स ऑफिस ऑफ इन्वायरमेंट एंड हेरिटेज ने भी ओजोन लेवल के अधिक होने को लेकर चेताया है.