मुंबई। बीते जमाने की जानी मानी अभिनेत्री आशा पारेख का कहना है कि वह दिवंगत नृत्यांगना सितारा देवी से अपनी तुलना करने की बात सोच भी नहीं सकती थी। मशहूर कत्थक नृत्यांगना सितारा देवी का हाल ही में निधन हुआ है। आशा पारेख को फिल्म इंडस्ट्री में सर्वश्रेष्ठ नृत्यांगना में शुमार किया जाता है लेकिन आशा का कहना है कि सितारा देवी ही एक ही हस्ती थीं जिनके साथ एक साथ मंच पर नृत्य करने का हौसला वह नहीं जुटा पाईं। आशा पारेख ने कहा कि मैं मंच पर उनके बराबर नृत्य करने के बारे में कभी सोच भी नहीं पाई। वह हमेश कहा करती थीं कि जब आप मंच पर होते हैं आपमें दर्शकों में बैठे हर पुरूष की आंखों में देखते हुए नृत्य करने का हौसला होना चाहिए ताकि उनको लगे कि आप उनके लिए नृत्य कर रही हैं। मैं कभी भी ऐसा नहीं कर पाई। मुझे लगता है कि मंच पर हमेशा मुझमें एक झिझक होती थी।
आशा पारेख ने कहा कि सितारा देवी एक फायरब्रांड और बिजली के तार जैसी थीं। वह अपने भतीजे गोपीकृष्ण के काफी करीब थीं और मैं भी गोपी के काफी करीब हूं तो हमारी उनके यहां मुलाकात होती रहती थी। वह हमेशा से विद्रोही प्रवृति की थीं जो जी में आता वही करती थीं। वह कमाल की नृत्यांगना थीं। आशा पारेख ने कहा कि वह हर वह चीज कर सकती थीं जो करना चाहती थीं। उनकी शख्सियत कमाल की थी। जो भी उनसे मिलता था उनका कायल हो जाता था। मैं भी उनकी कायल थी। वह बेधड़क कुछ भी कह जाती थीं जो उनके दिमाग में आता था। उनकी जिंदगी खुली किताब की तरह थी। उन्होंने अपनी जिंदगी को भरपूर जिया। मुझे कभी भी उनके साथ मंच पर नृत्य करने का मौका नहीं मिला लेकिन मैं खुश हूं। वह मंच पर मुझ पर भारी ही पड़ती। एजेंसी