प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को पत्र भेजे जाने को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को सरकार पर पाकिस्तान को लेकर ‘जलेबी जैसी नीति’ अपनाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि मोदी को स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी इस पड़ोसी देश को लेकर क्या नीति है। पार्टी ने अपने नेता नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के गले मिलने के संदर्भ में कहा कि इस बारे में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने रुख स्पष्ट कर दिया है।
अमरिंदर सिंह ने सिद्धू के बाजवा से गले मिलने को अनुचित बताया है। सिदधू के गले मिलने पर कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, ‘नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान ना तो पंजाब के मंत्री के तौर पर और ना ही कांग्रेस के कार्यकर्ता के तौर पर गए थे। वह एक दोस्त के तौर पर वहां गए थे। उन्हें इसपर जो स्पष्टीकरण देना था या सरकार को जो कहना था वह कैप्टन अमरिंदर सिंह बोल चुके हैं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘सिद्धू निजी और क्रिकेटर की हैसियत से गए थे। लेकिन अगर पाकिस्तान जाना देशद्रोह है तो सबसे पहले तो हमारे प्रधानमंत्री देशद्रोही हैं। राष्ट्रवाद का पाठ तब याद कराना चाहिए जब प्रधानमंत्री पाकिस्तान जाकर बिरयानी खाते हैं और उनके मंत्री पाकिस्तानी उच्चायोग में जाकर दावत खाते हैं।’
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘जब पाकिस्तान की बात आती है तो सभी दलों और देशवासियों को एक स्वर में बोलना चाहिए। लेकिन दिक्कत यह है कि इस सरकार की पाकिस्तान नीति जलेबी की तरह है। चैनलों पर भाजपा के प्रवक्ता कहते हैं कि पाकिस्तान को चीर देंगे, सबक सिखाएंगे, लेकिन फिर अचानक ही नीति बदल जाती है।’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री को स्पष्ट करना चाहिए कि पाकिस्तान को लेकर उनकी नीति क्या है। एक बार वह सबक सिखाने की बात करते हैं, फिर बिना बुलाए शादी में पाकिस्तान चले जाते हैं और आईएसआई के लोगों को यहां बुला लेते हैं।’ शेरगिल ने कहा कि भाजपा और मोदी सरकार को ‘राष्ट्रवाद का पाखंड’ करने की बजाय पाकिस्तान को लेकर अपनी नीति देशवासियों के समक्ष स्पष्ट करनी चाहिए।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के कश्मीर से जुड़े एक बयान पर शेरगिल ने कहा, ‘पाकिस्तान कश्मीर को लेकर दिन में सपने देख सकता है, लेकिन सच यह है कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और सदा रहेगा। पाकिस्तान को कश्मीर पर दिन में सपने देखने की बजाय अपने यहां गरीबी दूर करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।’