सियासी दलों पर लक्ष्मी मेहरबान, बीजेपी का 156 और कांग्रेस का 137% बढ़ा बैंक बैलेंस
दुर्ग. छत्तीसगढ़ इन दिनों सियासी दलों की झोली में दानकर्ता बढ़-चढ़कर दान कर रहे हैं. पिछले साल राजनीतिक दलों को बतौर चंदे में मिली रकम में 151 फीसदी का इजाफा हुआ है.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2013 में राजनीतिक दलों को 247.77 करोड़ रुपए का चंदा मिला था. वहीं, 2014 में यह रकम बढ़कर 622.38 करोड़ रुपए हो गई.
दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस ने 192 दानकर्ताओं से मिली 138.98 करोड़ के चेक या डीडी नंबर की जानकारी नहीं दी है. वहीं बीजेपी ने भी 20 दानकर्ताओं से मिली 83.91 लाख रुपए से संबंधित पैन कार्ड और पता को सार्वजनिक नहीं किया है.
दरअसल, इन सियासी दलों को चंदे की रकम कारोबारी समूह, ट्रस्ट और अन्य स्रोतों से मिलती है. रिप्रजेंटेशन ऑफ द पीपुल एक्ट, 1951 के सेक्शन 29c के तहत यदि कोई राजनीतिक दल किसी कंपनी या शख्स से 20 हजार रुपए से ज्यादा चंदा पाता है तो उसे चुनाव आयोग को इसकी जानकारी देनी होती है.
इस बार सबसे ज्यादा चंदा 437.35 करोड़ रुपए भाजपा को मिला है. दूसरे नंबर पर कांग्रेस है. इस कतार में एनसीपी, सीपीएम और सीपीआई भी ज्यादा पीछे नहीं है. भाजपा को सबसे ज्यादा चंदा भारती ग्रुप के सत्य इलेक्ट्रॉल ट्रस्ट से मिला, जो 132 करोड़ था.
किसको मिली कितनी रकम:
पार्टी–2013-14—2014-15—इजाफा
भाजपा—170.86—437.35—156
कांग्रेस—59.58—141.46—137
एनसीपी—14.02—38.82—177
सीपीएम—2.09—3.42—64
सीपीआई—1.22—1.33—9
कुल—247.77—622.38—151