टॉप न्यूज़राज्यराष्ट्रीय

सिर्फ एक हफ्ते की ट्रेनिंग पाए एयरफोर्स के जवानों ने जब करगिल युद्ध में पाक को किया ढेर

साल 1999 से भारत में 26 जुलाई का दिन करगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह वही दिन है जब भारत के जाबाज सैनिकों ने ऑपरेश्न विजय के जरिए पाकिस्तानी घुसपैठियों के कब्जे से भारत के क्षेत्र को छुड़ाया था। हर साल इस दिन को भारतीय सेना के बलिदान, सम्मान और उनके प्रति कृतज्ञता दिखाने के लिए पूरे देश में मनाया जाता है। युद्ध में भारतीय सैनिकों के गौरव और शौर्य की अनेकों कहानियां हैं जो आपको चौंका कर रख देंगी। ऐसी ही एक कहानी है, भारतीय वायु सेना की।

इंडियन एयरफोर्स ने पाकिस्तान पर हवाई हमले करने के लिए ऑपरेशन ‘सफेद सागर’ चलाया था, जो करगिल युद्ध का एक प्रमुख हिस्सा था। इस ऑपरेशन के लिए पायलटों और इंजीनियरों को केवल एक सप्ताह की ट्रेनिंग मिली थी। लेकिन इतने में ही वायुसेना के जांबाजों ने करगिल की पहाड़ियों को पाकिस्तान के सैनिकों, मुजाहिदीनों से मुक्त करा लिया। पहली बार तब भारत ने 32,000 फीट की ऊंचाई पर वायु शक्ति का प्रयोग किया था।

भारत और पाकिस्तान के बीच 60 दिनों तक युद्ध चला जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान द्वारा कब्जा किए गए क्षेत्र को छुड़ा लिया और यथास्थिति फिर से स्थापित कर युद्ध जीत लिया। पहली बार 32,000 फीट की ऊंचाई पर वायु शक्ति का प्रयोग किया। धोखे से करगिल में घुसपैठ कर पाक ने जो जख्म देने की कोशिश की थी, भारत ने उससे तो खुद को बचाया ही बल्कि पाक को भी ऐसी हार मिली कि वह उसे बरसों याद रखेगा। इस जंग में भारत के मुकाबले पाकिस्तान के 6 गुना सैनिक और मुजाहिदीन मारे गए थे। आइए जानते हैं, करगिल विजय दिवस पर इस जंग से जुड़ी कुछ खास बातें…

पहाड़ों पर पहली लड़ाई में पाक के छुड़ाए छक्के

  1. करगिल युद्ध 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल, लद्दाख में लड़ा गया था, जो शुरू में बाल्टिस्तान जिला था, फिर पहले कश्मीर युद्ध एलओसी द्वारा अलग किया गया था।
  2. भारत ने नियंत्रण रेखा के भारतीय पक्ष में करगिल सेक्टर से पाकिस्तानी सैनिकों और कश्मीरी आतंकवादियों को हटाने के लिए ‘ऑपरेशन विजय’ शुरू किया था।
  3. 1971 के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला करगिल पहला युद्ध था
  4. युद्ध के समय अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार सत्ता में थी।
  5. दोनों देशों द्वारा शिमला समझौते पर हस्ताक्षर करने के बावजूद युद्ध हुआ, समझौते में कहा गया था कि उक्त सीमा पर कोई सशस्त्र संघर्ष नहीं होगा।
  6. 22 साल पहले आज ही के दिन ‘ऑपरेशन विजय’ को सफल करार दिया गया था जब भारत ने एक निर्णायक जीत हासिल की थी। जबकि पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने 14 जुलाई को ऑपरेशन को सफल घोषित किया, ऑपरेशन को आधिकारिक तौर पर 26 जुलाई, 1999 को बंद घोषित कर दिया गया।

7.भारतीय वायुसेना का ऑपरेशन ‘सफेद सागर’ करगिल युद्धा का एक प्रमुख हिस्सा था. इसने पहली बार 32,000 फीट की ऊंचाई पर वायु शक्ति का प्रयोग किया। पाकिस्तानी सैनिकों और मुजाहिदीनों की पहचान से लेकर हस्तक्षेप तक, पायलटों और इंजीनियरों ने केवल एक सप्ताह के प्रशिक्षण में ही सभी कार्यों को अच्छी तरह से किया था।

  1. करगिल उच्च ऊंचाई वाले युद्ध के सबसे हालिया और कुख्यात उदाहरणों में से एक है, यानी वे युद्ध जो पहाड़ी इलाकों में लड़े जाते हैं। उबड़-खाबड़ इलाके और प्राकृतिक आवास के कारण ऐसे युद्धों को अधिक खतरनाक माना जाता है।
  2. भारत ने करगिल क्षेत्र में 500 से अधिक सैनिकों को खो दिया, जबकि पाकिस्तान की रिपोर्टों में दावा किया गया कि उनके 3000 से अधिक सैनिक, मुजाहिदीन और घुसपैठिए मारे गए।
  3. भारतीय सेना द्वारा निर्मित, द्रास में करगिल युद्ध स्मारक की दीवार में उन सभी भारतीय सैनिकों के शिलालेख हैं, जिन्होंने युद्ध में अपनी जान गंवाई। स्मारक में कारगिल में भारतीय सैनिकों के दस्तावेजों, रिकॉर्डिंग और चित्रों के साथ एक संग्रहालय भी है।

Related Articles

Back to top button