‘सिर्फ सौ रुपए के नोट दें’ – दुकानों और होटलों में लगे पर्चे
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आधी रात से 500 और 1000 के बड़े नोट के बंद करने के ऐलान करने के बाद पूरे छत्तीसगढ़ में लोग परेशान हो गए हैं। बुधवार सुबह से पेट्रोल पंपों पर लोगों की भीड़ लगी है। सभी जगह 500 के नोट के बदले उतने ही पैसों का पेट्रोल दिया जा रहा है।
बिलासपुर के सिरगिट्टी के बिजली ऑफिस में उपभोक्ताओं के 500 और 1000 के नोटो को लेने से अधिकारियों द्वारा मना करने पर हंगामा हुआ। उपभोक्ताओं द्वारा हंगामा मचाने पर अधिकारियों ने पुलिस को बुला लिया। बिलासपुर कलेक्टर ने बड़े नोट बंद होने के मामले में एक आपात बैठक बुलाई है। मंथन सभागार में शा को सभी बैंक के शाखा प्रबंधक और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को उपस्थित होने को कहा गया है।
रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटरों में भी सौ व हजार रुपए के नोट लेने से इनकार किया जा रहा है। रेलवे टिकट काउंटर से लोग खाली हाथ लौट रहे हैं। बैंक व एटीएम बंद होने की वजह से ग्राहकों को काफी परेशानी हो रही है। केंद्र के निर्णय से अधिकांश लोग खुश हैं तो कुछ पैसे नहीं निकलने से नाराज भी हैं।
अंबिकापुर में होटलों में 500 और 1000 रुपए के नोट न लेने की सूचना चस्पा कर दी गई है। सरगुजा की सबसे बड़ी सब्जी मंडी में सुबह 6 बजे से अफरा-तफरी मची है। छोटे सब्जी व्यवसायियों ने बड़े नोट लेने से इनकार कर दिया। दुकानों और होटलों में बड़े नोटों को लेकर विवाद की घटनाएं भी सामने आ रहीं हैं, 10, 20, 50 और 100 के नोट नहीं मिल रहे हैं।
बैकुंठपुर में बाजारों, मेडिकल स्टोर, अस्पतालों, बस स्टेंड और रेलवे स्टेशन पर विशेष निगरानी की जा रही है। अब दस नवंबर को बैंक खुलेंगे तो संभावित भीड़ ने निबटने और बैंकों में अफरा तफरी ना हो इससे बचने के लिए एसपी कार्यालय में जिले की सभी बैंकों के ब्रांच मैनेजर की बैठक बुलाई गई हैं।