सीएम आदित्यनाथ: आरएसएस न होता तो छात्र भूल गए होते अपने राष्ट्रगीत की परंपरा
आरएसएस एकमात्र संगठन है जो सरकार से सहायता नहीं लेता, निस्वार्थ भाव से मातृभूमि की सेवा के लिए काम कर रहा है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी न होते तो कश्मीर में आवाजाही न होती, बंगाल और पंजाब हमारे हाथ से निकल गए होते।
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शिक्षा के क्षेत्र में आरएसएस का बहुत काम है, बिना सरकारी मदद के 54 हजार शिक्षण संस्थान चल रहे हैं, एक लाख सेवा प्रकल्प काम कर रहे हैं। जिस संगठन का राजनीति से लेना-देना नहीं है, क्यों बार-बार उसका नाम लेते हो।
दलितों को मंदिरों में जाने से रोका तो मैं दिलाऊंगा प्रवेश
योगी ने कहा कि प्रदेश में दलितों को मंदिर में जाने से नहीं रोका जाता है लेकिन यदि कहीं रोका गया तो मैं खुद जाकर उन्हें मंदिर में प्रवेश कराऊंगा।
हमें डॉ. अंबेडकर ने संविधान दिया है तो महर्षि वाल्मीकि ने रामायण। सहारनपुर की घटना की तरफ इशारा करते हुए कहा कि जाति के नाम पर किसी को तोड़फोड़ की इजाजत नहीं दी जा सकती। वैमनस्यता, उत्तेजना बढ़ाने वाले बयानों से बचना चाहिए।
मेरी भी परीक्षा होनी है
योगी ने कहा, मेरे लिए सीएम का पद कोई आभूषण नहीं है, बल्कि दायित्व है। मैं परीक्षा देने उतरा हूं। पीएम और पार्टी अध्यक्ष ने जो विश्वास किया है, उस पर खरा उतरना है। प्रदेश हित में जो भी जरूरी होगा, किया जाएगा।