सीएम योगी ने कहा हटाए जाएंगे प्रदूषण फैलाने वाले वाहन
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्यावरण प्रदूषण बढ़ाने वालों पर सख्ती और जनजागरूकता को जरूरी बताते हुए बायोफ्यूल के प्रयोग को प्रोत्साहित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि ऐसे पुराने वाहन भी चरणबद्ध तरीके से हटाए जाएंगे जो प्रदूषण बढ़ा रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि अवशेषों से बायोफ्यूल को बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है ताकि किसान उसे जलाने के बजाए बिक्री करके अपनी आमदनी बढ़ा सकेंगे। इसके अलावा चार बड़े बायो फ्यूल संयंत्र लगाने की तैयारी है।
इसका प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जा चुका है। विधानसभा में बुधवार को सपा के नितिन अग्रवाल द्वारा उठाए गए पर्यावरण मुद्दे का जवाब देते हुए योगी ने कहा कि ये समस्या एक दिन में नहीं बनी है वरन लंबे समय से बरती उदासीनता का परिणाम है। लोग उस समय सचेत हुए जब सांस लेने में दिक्कत आने लगी और प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खतरे की आहट मिलते ही सरकार ने बचाव के सभी उपाय किए। दिल्ली के आसपास के जिलों में प्रदूषण बढ़ाने वाले उद्योगों, वाहनों और पराली जलाने आदि पर सख्ती की। नगरों के अलावा ग्रामीण इलाकों में रोकथाम के प्रयास किए। जिलों को गाइडलाइन जारी करने के अलावा राज्यस्तर पर बैठक करके कार्ययोजना तैयार की। सड़कों पर वाहनों के कारण उड़ने वाली धूल को काबू करने को कहा गया।
मुख्यमंत्री का कहना था कि इस समस्या पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए आमजन में जागरूकता बढ़ाना जरूरी है। पराली व कृषि अवशेष की समस्या पर फोकस करते हुए योगी ने बताया कि शहरी क्षेत्र में कूड़ा प्रबंधन भी जटिल समस्या है। कूड़ा जलाने को प्रतिबंधित करने के साथ उसके निस्तारण के उपाय भी तलाश रही है। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण के प्रदूषित होने के लिए पूववर्ती सरकारों की नीतियों को दोषी ठहराया।