सीएम योगी बोले, ताजमहल की देखभाल के लिए खर्च करेंगे 370 करोड़
मुख्यमंत्री मंगलवार को एक कार्यक्रम में पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे।
ताज पर दिए बयान पर अडिग रहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, उनका मानना है कि ताज वास्तुकला की एक अनुपम इमारत है और हमारे देश की विरासत भी है। उसके निर्माण में देश का पैसा लगा है। हजारों मजदूरों का खून-पसीना बहा है।
इसलिए उसके संरक्षण का काम कराया जाएगा। रामायण व कृष्ण सर्किट में ताज का उल्लेख न होने का जवाब देते हुए कहा कि ताज देश का एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल है। इसलिए वह आज भी सरकार केपर्यटन विकास के एजेंडे में सबसे ऊपर है।
योगी ने कहा कि गंगा कब तक साफ होगी, इसके लिए समय सीमा तो निर्धारित नहीं की जा सकती। हां, यह प्रयास जरूर किया जा रहा है कि इलाहाबाद में अर्धकुंभ से पहले प्रदेश में कहीं भी गंगा में सीवर न गिरे। सरकार की कोशिश है कि अगले साल अक्तूबर तक सभी एसटीपी को चालू कर दिया जाए ताकि गंगा में सीवर गिरना बंद हो जाए।
अयोध्या में दिवाली मनाने को राम मंदिर निर्माण से जोड़कर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, अयोध्या तो विश्व के पटल पर स्थापित है, फिर भी उपेक्षित है। इसलिए सरकार अयोध्या को पहचान दिलाने के लिए जो कर सकती है वह कर रही है।
दीपावली मनाने के पीछे भी यही उद्देश्य था। रही बात राम मंदिर निर्माण की तो मामला कोर्ट में है। लोगों को कोर्ट के आदेश की प्रतीक्षा करनी चाहिए। हां, दोनों पक्षकार अगर चाहें तो आपसी संवाद से भी मामला सुलझाया जा सकता है।