सीबीआई दफ्तर पहुंचे केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार, कल भी हुई थी 3 घंटे पूछताछ
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार सीबीआई दफ्तर पहुंच गए हैं। उनसे आज भी पूछताछ की जाएगी। इससे पहले मंगलवार को राजेंद्र कुमार से पूछताछ के बाद सीबीआई ने उन्हें छोड़ दिया था। सीबीआइ ने मंगलवार को कुमार के घर और दफ्तर पर छापेमारी की थी और कई कागजातों को जब्त कि0या था। इसके बाद उनसे करीब 3 घंटे तक पूछताछ की गई थी और बाद में उन्हें घर जाने की अनुमति दे दी थी।
3 घंटे तक कुमार से की गई पूछताछ
राजेंद्र कुमार ने सीबीआई को उनके घर और दफ्तर से मिले कागजातों के बारे में जानकारी दी है और उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई अवैध काम नहीं किया है। राजेंद्र कुमार पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का गलत इस्तेमाल करते हुए एक निजी कंपनी को फायदा पहुंचाया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के चहेते प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार गिरफ्तारी से बच गए हैं। मंगलवार दिन में उनके दफ्तर पर छापेमारी के बाद सीबीआई हेडक्वार्टर में जहां करीब 3 घंटे तक उनसे पूछताछ की गई, वहीं जांच एजेंसी ने उनके घर से कई दस्तावेजों को जब्त भी किया।
घर, दफ्तर सहित 14 जगहों पर छापेमारी
पूछताछ के बाद देर शाम सीबीआई ने राजेंद्र कुमार को घर जाने की अनुमति दे दी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उनसे छापेमारी के दौरान जब्त दस्तावेजों के बारे में पूछताछ की गई। एजेंसी ने मंगलवार को राजेंद्र के घर, दफ्तर सहित 14 जगहों पर छापेमारी की। बताया जाता है कि सीबीआई ने राजेंद्र कुमार के घर से कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। इनमें राजेंद्र कुमार की अचल संपत्ति से जुड़े कागजात भी हैं। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव ने एजेंसी को बताया कि उन्होंने वैध तरीकों से संपत्ति की खरीद-फरोख्त की है। राजेंद्र कुमार ने सीबीआई को अपने घर से बरामद कैश और विदेशी मुद्रा के स्रोत के बारे में भी जानकारी दी।
सुबह-सुबह अपने दफ्तर पर छापों की ख़बर से नाराज़ केजरीवाल ने इसे केंद्र की बदले की कार्रवाई करार दिया, उन्होंने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा और कहा कि ये अघोषित तानाशाही है। केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा कि मोदी जब मुझसे राजनैतिक रूप से नहीं निपट पाए, तो इस कायरता पर उतर आए हैं। इस पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने दिल्ली के केजरीवाल से माफी मांगने के लिए कहा है। उपाध्याय ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री को माफी मांगनी ही होगी, भाजपा इस तरह की भाषा बर्दाश्त नहीं करेगी। पूरी दिल्ली सचिवालय भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है।