नई दिल्ली : खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट में आतंकी शिविरों पर वायुसेना की कार्रवाई के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इसके मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक चल रही है। बैठक में रक्षामंत्री, निर्मला सीतारमण, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल समेत रक्षा मंत्रालय और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी मौजूद हैं। बुधवार सुबह गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय में अलग-अलग बैठकों के बाद प्रधानमंत्री आवास पर उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गयी। प्रधानमंत्री लगातार सीमा पर बढ़ रहे तनाव पर नजर बनाए हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक से पहले रक्षामंत्री सीतारमण ने मंत्रालय की रक्षा खरीद समिति की बैठक में 2700 करोड़ के रक्षा उपकरण खरीदने को मंजूरी प्रदान की। पाकिस्तान के साथ बढ़ रहे तनाव को देखते हुए यात्री उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। श्रीनगर, जम्मू, लेह, पठानकोट. शिमला, धर्मशाला और कुल्लू के हवाई अड्डों से यात्री उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही पाकिस्तानी सीमा से सटे राज्यों के हवाई अड्डों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है।
उधर, सीमा पर पाकिस्तान के युद्धक विमानों ने भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन किया। पाकिस्तान के तीन विमान भारतीय वायुसीमा में पुंछ और राजौरी के इलाके में घुस आए। भारतीय वायुसेना ने त्वरित कार्रवाई में पाकिस्तान का एफ-16 लड़ाकू विमान मार गिराया। हालांकि, अभी सेना की ओर से इसकी अधिकृत रूप से पुष्टि नहीं की गयी है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के पास बडगाम में भारत का एमआई-17वी-5 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया है। इस हादसे के बारे में अभी विस्तृत जानकारी नहीं मिल सकी है। हालांकि, पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने इस हेलीकॉप्टर को मार गिराया है। सूत्रों के मुताबिक, वायुसेना ने इस बात से साफ इनकार किया है कि पाकिस्तानी विमानों ने भारतीय सीमा में किसी तरह की कोई क्षति पहुंचाई है।