देश में संस्कृत भाषा के एकमात्र दैनिक अखबार कहे जाने वाले ‘सुधर्मा’ के संपादक के.वी.संपत कुमार के निधन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने के.वी.संपत कुमार की पत्नी जयालक्षमी को अपना शोक संदेश संस्कृत में भेज कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। यहां बता दें कि कर्नाटक के रहने वाले संस्कृत अखबार के संपादक के.वी.संपत कुमार का बुधवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वो 64 साल के थे। उनके निधन के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि ‘के.वी.संपत कुमार का व्यक्तित्व प्रेरित करने वाला था। उन्होंने संस्कृत भाषा को संजोने और खासकर युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए अथक प्रयास किए। उनकी दृढ़ता के साथ ही उनका जज्बा प्रेरित करने वाला था। उनके निधन से दुखी हूं। परिवार के सदस्यों और उनके प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’
दो पन्नों के इस अखबार ‘सुधर्मा’ में सभी प्रकार की खबरें समाहित होती हैं। केएन वरदराजा अयंगर के दूसरे पुत्र संपत कुमार ने उन्हीं से संस्कृत पत्रकारिता सीखी और 1990 में उनके निधन के बाद ‘सुधर्मा’ के संपादक व प्रकाशक की जिम्मेदारी संभाली। तमाम मुश्किलों के बावजूद अखबार निकालने और संस्कृत भाषा को लोकप्रिय बनाने में योगदान को देखते हुए संपत कुमार और उनकी पत्नी विदुषी के एस जयलक्ष्मी को साल 2020 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। ‘सुधर्मा’ अखबार को संपत कुमार के पिता केएन वरदराजा अयंगर ने साल 1970 में प्रारंभ किया था। स्वर्गीय अयंगर जाने-माने संस्कृत के विद्वान रहे हैं। 1990 में उनके निधन के बाद संपत कुमार और उनकी पत्नी विदुषी जयालक्ष्मी केएस मिलकर अखबार निकालते थे। के.वी.संपत कुमार की पत्नी भी संस्कृत भाषा में दक्ष हैं।
के.वी.संपत कुमार के निधन पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट करते हुए लिखा था कि ‘के.वी.संपत कुमार जी का जीवन संस्कृत भाषा के संरक्षण व संवर्धन के प्रति समर्पित रहा। संस्कृत भाषा को आम बोलचाल का हिस्सा बनाने में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनका निधन संस्कृत व पत्रकारिता जगत के लिए बड़ी क्षति है। प्रभु दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करें। ॐ शांति’