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नई दिल्ली : कांग्रेस, भाजपा और अपनी पार्टी की फंडिंग की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच कराने की मांग करते हुए आप ने संदिग्ध फंडिंग के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और सरकार को उसके खिलाफ कोई भी जांच कराने की चुनौती दी। पिछले वर्ष चार संदिग्ध कंपनियों से दो करोड़ रुपये दान के रूप में प्राप्त करने के मुद्दे पर उठे विवाद पर पुरजोर बचाव करते हुए आप नेताओं ने संवाददाताओं के समक्ष दावा किया कि पार्टी ने सभी दान प्राप्त करने में तय प्रक्रियाओं का पालन किया। भारत के प्रधान न्यायाधीश को लिखे पत्र में आप ने कहा कि अगर जांच में कोई भी ऐसी बात सामने आई तब वह मान्यता रद्द कराये जाने को तैयार है और उसके नेता किसी भी दंड का सामना करने को तैयार हैं। आप नेता और पूर्व बैंकर मीरा सांन्याल ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को संवाददाताओं को संबोधित करने की बजाए सिर्फ बैंकों के सीईओ को फोन करना चाहिए तब उन्हें आप के खाते में डाले गए 50-50 लाख रुपये के चार चेक के बारे में सभी जानकारी प्राप्त हो जाएगी। एजेंसी