नई दिल्ली, एजेंसी । सुब्रत रॉय ने न्यायालय के आदेश पर अमल नहीं करने के लिये शीर्ष अदालत से मांगी माफी। सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय को दो बजे के आसपास सुप्रीम कोर्ट के परिसर में लाया गया था जिन्हें लखनऊ में गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में पेशी के लिए लखनऊ से गिरफ्तार कर लाए गए सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय के चेहरे पर कोर्ट परिसर में एक शख्स ने काली स्याही फेंक दी। स्याही फेंकने वाले ने अपना नाम मनोज शर्मा बताया है और वह पेशे से वकील है। मनोज ने बताया कि वह ग्वालियर से आया है और उसने रॉय पर काली स्याही इसलिए फेंकी, क्योंकि वह चोर हैं। निवेशकों के 20 हजार करोड़ रुपये नहीं लौटाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज सुब्रत रॉय की पेशी है। रॉय को सड़क के रास्ते लखनऊ से वीवीआईपी की तरह दिल्ली लाया गया है। उन्होंने पुलिस वैन में बैठने से इनकार कर दिया था, लिहाजा वह अपनी गाड़ी से दिल्ली पहुंचे। उनके साथ में गाडिय़ों का पूरा कारवां था। रॉय के काफिले में पुलिस वाहन के अलावा कई लग्जरी गाड़ियां चल रही थीं। इनमें रॉय के परिवार वाले, दोस्त, उनकी प्राइवेट सिक्योरिटी के साथ-साथ दो डॉक्टर भी थे। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत रॉय को पेश होने का आदेश दिया था, लेकिन पिछली सुनवाई में वह मां की बीमारी का वजह बताकर अदालत में पेश नहीं हुए। इस पर न्यायालय ने उनके खिलाफ गैरजमानती वॉरंट जारी कर दिया था, जिसके बाद दो दिनों तक यूपी पुलिस ढूंढ़ती रही और शुक्रवार को अचानक खबर आई कि रॉय ने सरेंडर कर दिया है।