दोस्तों आजकल तो हर कोई ऐशो आराम की ज़िन्दगी जीना चाहता है और चाहता है की उसका जीवन लग्जरी से परिपूर्ण हो| उसकी सभी इचाये पूरी हो और देखा जाये तो ऐशो आराम से जीवन जीने की इच्छा किस की नहीं होती लेकिन वो कहते हैं न हर किसी को मुकम्मल जहान नहीं मिलता| मतलब हर कोई आमिर नही होता और इस सबके पीछे हैं व्यक्ति के कर्म और ग्रहों का असर| अभाव ग्रस्त जीवन जीने के पीछे शुक्र ग्रह का कमजोर होना सबसे बड़ा कारण होता है| शुक्र के निर्बल अथवा दुष्प्रभावित हो तो भौतिक अभावों का सामना करना पड़ता है.दरअसल अगर आपके जीवन में सुख-स्म्रिधि का अनुभव नहीं होता है और इसके अलावा अगर आपकी तरफ अच्छी चीजें आकर्षित नहीं होती हैं तो इसके पीछे का कारण है की आपका शुक्र ग्रह कमजोर है| जब शुक्र ग्रह कमजोर होता है तो इंसान के जीवन से सुख-स्म्रिधि और शादीशुदा जीवन पर असर पड़ने लगता है| अगर हमें अपने जीवन में सुख-स्म्रिधि का अनुभव करना है तो हमारे शुक्र का मजबूत होना बेहद जरूरी है| हमारे शास्त्रों में शुक्र ग्रह और इत्र का गहरा संबंध बताया गया है, इससे जुड़े उपाय करने से आर्थिक पक्ष मजबूत होगा, समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा और स्वास्थ्य से संबंधित बहुत सारे लाभ प्राप्त भी होंगे| इसके लिए आपको प्रतिदिन घर से निकलने वक्त अपनी नाभि में चंदन, गुलाब व मोगरे का इत्र लगाना है इससे संपन्नता और वैभव बढ़ता है चंदन व मोगरे का इत्र नाभि में लगाने से और भिऊ अकी साडी समस्याए जैसे माइग्रेन, सिरदर्द, क्रोध और नींद से संबंधित समस्याएं भी छू मंतर हो जाती हैं| इत्र का प्रयोग हिन्दू धर्म में पूजा पाठ के लिए किया जात है , खुद को सुगन्धित रखने के लिए भी कई लोग इत्र लगाते है |लेकिन आपको किसी दिन या रोजाना जब भी आप घर से बहार निकले ,सुबह अपने कार्य पर जाने के लिए उससे पहले अपनी नाभि पर इतर लगाना है| सबसे पहली चीज़ तो आप यह जान ले की यह इतर आपके खुद के पैसों के खरीदा हुआ होना चाहए यानी की किसी का गिफ्ट दिया हुआ या किसी का लिया हुआ नही होना चाहिए| तो जब भी सुबह उठने के बाद स्नान ध्यान करने के बाद आप रोजाना के कार्यो से निवर्त हो जाए ,यानी की आप पूजा पाठ के लिए तयार हो जाए तो अब आप अपने घर के मन्दिर में धुप अगरबत्ती करके अपने प्रभु की जो भी अर्चना करते है उनके आगे हाथ जोड़ते हो तो उतना ही करले ,इसके पश्चात नाश्ता ग्रहण करने से पहले ही आपको अपनी नाभि पर ही जरा सा इत्र लगाना है| यह आप अपनी किसी ही ऊँगली से लगा सकते हो और इसको आप अपनी ऊँगली पर लेकर नाभि के उपर बिलकुल हल्का सा टच ही करवाना है |आपको ये भी बता दे की गुलाब का इतर ही लक्ष्मी माता को सबसे प्रिय होता है ,इसीलिए अगर आपको धन सम्बन्धी कोई परेशानी है आपका कही रुका हुआ पैसा है तो गुलाब का ही इत्रार लगाये| ये आपके लिए सबसे अच्छा होगा|
दोस्तों आजकल तो हर कोई ऐशो आराम की ज़िन्दगी जीना चाहता है और चाहता है की उसका जीवन लग्जरी से परिपूर्ण हो| उसकी सभी इचाये पूरी हो और देखा जाये तो ऐशो आराम से जीवन जीने की इच्छा किस की नहीं होती लेकिन वो कहते हैं न हर किसी को मुकम्मल जहान नहीं मिलता| मतलब हर कोई आमिर नही होता और इस सबके पीछे हैं व्यक्ति के कर्म और ग्रहों का असर| अभाव ग्रस्त जीवन जीने के पीछे शुक्र ग्रह का कमजोर होना सबसे बड़ा कारण होता है|
शुक्र के निर्बल अथवा दुष्प्रभावित हो तो भौतिक अभावों का सामना करना पड़ता है.दरअसल अगर आपके जीवन में सुख-स्म्रिधि का अनुभव नहीं होता है और इसके अलावा अगर आपकी तरफ अच्छी चीजें आकर्षित नहीं होती हैं तो इसके पीछे का कारण है की आपका शुक्र ग्रह कमजोर है| जब शुक्र ग्रह कमजोर होता है तो इंसान के जीवन से सुख-स्म्रिधि और शादीशुदा जीवन पर असर पड़ने लगता है| अगर हमें अपने जीवन में सुख-स्म्रिधि का अनुभव करना है तो हमारे शुक्र का मजबूत होना बेहद जरूरी है|
हमारे शास्त्रों में शुक्र ग्रह और इत्र का गहरा संबंध बताया गया है, इससे जुड़े उपाय करने से आर्थिक पक्ष मजबूत होगा, समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा और स्वास्थ्य से संबंधित बहुत सारे लाभ प्राप्त भी होंगे| इसके लिए आपको प्रतिदिन घर से निकलने वक्त अपनी नाभि में चंदन, गुलाब व मोगरे का इत्र लगाना है इससे संपन्नता और वैभव बढ़ता है चंदन व मोगरे का इत्र नाभि में लगाने से और भिऊ अकी साडी समस्याए जैसे माइग्रेन, सिरदर्द, क्रोध और नींद से संबंधित समस्याएं भी छू मंतर हो जाती हैं|
इत्र का प्रयोग हिन्दू धर्म में पूजा पाठ के लिए किया जात है , खुद को सुगन्धित रखने के लिए भी कई लोग इत्र लगाते है |लेकिन आपको किसी दिन या रोजाना जब भी आप घर से बहार निकले ,सुबह अपने कार्य पर जाने के लिए उससे पहले अपनी नाभि पर इतर लगाना है|
सबसे पहली चीज़ तो आप यह जान ले की यह इतर आपके खुद के पैसों के खरीदा हुआ होना चाहए यानी की किसी का गिफ्ट दिया हुआ या किसी का लिया हुआ नही होना चाहिए| तो जब भी सुबह उठने के बाद स्नान ध्यान करने के बाद आप रोजाना के कार्यो से निवर्त हो जाए ,यानी की आप पूजा पाठ के लिए तयार हो जाए तो अब आप अपने घर के मन्दिर में धुप अगरबत्ती करके अपने प्रभु की जो भी अर्चना करते है उनके आगे हाथ जोड़ते हो तो उतना ही करले ,इसके पश्चात नाश्ता ग्रहण करने से पहले ही आपको अपनी नाभि पर ही जरा सा इत्र लगाना है|
यह आप अपनी किसी ही ऊँगली से लगा सकते हो और इसको आप अपनी ऊँगली पर लेकर नाभि के उपर बिलकुल हल्का सा टच ही करवाना है |आपको ये भी बता दे की गुलाब का इतर ही लक्ष्मी माता को सबसे प्रिय होता है ,इसीलिए अगर आपको धन सम्बन्धी कोई परेशानी है आपका कही रुका हुआ पैसा है तो गुलाब का ही इत्रार लगाये| ये आपके लिए सबसे अच्छा होगा|