मुम्बई : गीतकार जावेद अख्तर और भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के बीच छिड़ा ट्विटर वॉर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में सुब्रमण्यम के ट्वीट- ‘ऑस्ट्रिया में 7 मस्जिद बंद हो गए और 60 इमाम निकाले जा रहे हैं’ पर जावेद ने पलटवार करते लिखा था कि उनकी कट्टरता के कारण उन्हें हार्वर्ड से निकाल दिया गया था। जावेद अख्तर के इस जवाब के बाद उन पर ट्रोल टूट पड़े। उन्हें इंदिरा गांधी को इमरजेंसी का समर्थक तक बता दिया गया। अब सुब्रमण्यम ने अपने एक ट्वीट में जावेद अख्तर पर हमला बोलते हुए ‘डी गैंग’ का प्रतिनिधित्व करने वाला बता दिया। सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया, क्या मेरे पास जेट एयरवेज में ‘डी गैंग’ के हितों का प्रतिनिधित्व करने वाले किसी व्यक्ति को जवाब देने का कोई कारण है? आखिर किस योग्यता पर उन्हें जेट के बोर्ड में जगह मिली थी? जेट-एतिहाद डील पर मेरी सुप्रीम कोर्ट में पीआईएल के समापन की प्रतीक्षा कीजिए। इस पर जावेद अख्तर भड़क गए और उन्होंने भाजपा नेता को चेतावनी देते हुए कहा, मुझे डराने की कोशिश मत करना। जावेद अख्तर ने ट्वीट किया, ‘स्वामी के कम आईक्यू प्रशंसकों ने मुझे कुछ मुल्लाओं का बचाव करने के लिए दोषी ठहराया। मैं सुझाव देता हूं कि किसी भी व्यक्ति को निष्पक्षता के साथ मेरे संदेश को पढ़ना चाहिए। और हां… मिस्टर स्वामी मुझे कभी डराने-धमकाने की कोशिश मत करना। यह काम नहीं आएगा। मैं यहां फिर दोहराता हूं कि आपको हार्वर्ड से बाहर निकाल दिया गया था। अब जाओ पतंग उड़ाओ।’
गौरतलब है कि सुब्रमण्यम स्वामी ने जावेद अख्तर के जेट एयरवेज बोर्ड में शामिल होने को लेकर साल 2013 में सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी। उस दौरान स्वामी ने ट्वीट किया था कि ‘जेट एयरवेज के निदेशक मंडल में जावेद अख्तर जैसा कम्युनिस्ट क्या कर रहा है? वित्त के लिए कविता पढ़ रहे हैं?’ इस बात को लेकर उस दौरान भी जावेद अख्तर और सुब्रमण्यम स्वामी के बीच ट्विटर पर लम्बी बहस हुई थी। उस बहस में सुब्रमण्यम ने आखिरी ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘भारत का मुसलमान एक हिंदुस्तानी हो सकता है या फिर एक जेहादी।’ गौरतलब है कि गीतकार जावेद अख्तर 22 मार्च 2010 से 21 मार्च 2016 से राज्यसभा के मनोनीत सदस्य थे। इसी दौरान वह जेट एयरवेज के बोर्ड में भी थे। जेट एयरवेज 17 अप्रैल 2019 को दिवालियापन के कारण बंद हो गया था।