सुमित्रा महाजन ने कहा की- प्रदर्शन से निरस्त नहीं होगा CAA, सुप्रीम कोर्ट में जाएं
इंदौर: नागरिकता संशोधन कानून 2019 (CAA) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में हो रहे प्रदर्शन पर भाजपा नेता और सुमित्रा महाजन ने कहा है कि इससे कानून को निरस्त नहीं कराया जा सकता। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि अगर किसी को ये कानून गलत लगता है तो उसे सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए और फैसले का इंतजार करें। प्रदर्शन करने से कुछ नहीं होगा। सुमित्रा महाजन ने यह बात इंदौर में भाजपा की एक सभा को संबोधित करते हुए कही।
सुमित्रा महाजन ने इस दौरान कहा कि भारत में लोकतंत्र काफी मजबूत है और संविधान में व्यवस्थित तौर पर विधायिका, कार्यपालिका, और न्यायपालिका के काम निर्धारित हैं। अगर आपको दिक्कत है तो आप सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं और फैसले का इंतजार करें।
सीएए के खिलाफ लोगों को उकसाने का काम पूरी तरह से गलत
सुमित्रा महाजन ने कहा कि कोर्ट का फैसला सभी को स्वीकार्य होगा। लेकिन राजनीतिक नेताओं का सीएए के खिलाफ लोगों को उकसाने का काम पूरी तरह से गलत है। सीएए सरकार द्वारा लाया गया है, जिसे दो-तिहाई बहुमत से लोगों ने चुना है।
राज्य सरकारें केंद्र द्वारा बनाए गए किसी कानून को लागू करने से इनकार नहीं कर सकती
सुमित्रा महाजन ने आगे यह भी कहा कि राज्य सरकारें केंद्र द्वारा बनाए गए किसी विशेष कानून को लागू करने से इनकार नहीं कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, राज्य सरकारें यह नहीं कह सकती हैं कि वे केंद्र द्वारा बनाए गए किसी विशेष कानून को लागू नहीं कर सकते।
निधि निवेदिता और अन्य महिला अधिकारी की आलोचना
सुमित्रा महाजन ने राजगढ़ जिला कलेक्टर निधि निवेदिता और एक अन्य महिला अधिकारी की भी आलोचना की, जिन्होंने पिछले रविवार को ब्यावरा शहर में सीएए के विरोधी प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को थप्पड़ मारा था। उनके कृत्य को अनुचित बताते हुए उन्होंने कहा कि देश की महिलाएं दुश्मन से लड़ने के लिए सशस्त्र बलों में शामिल हो रही हैं, लेकिन उन्हें हर जगह ‘झांसी की रानी’ नहीं बनना चाहिए। इस घटना को लेकर भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन भी किया और सुमित्रा महाजन समेत सैकड़ों नेता गिरफ्तार किए गए।