वैज्ञानिक कारण बताने से पहले हम आपको इसका ज्योतिषीय और धार्मिक कारण बता देते हैं। दरअसल दूध दो शुक्र और चन्द्रमा दो ग्रहों से संबंध रखता है। शुक्र पुरुषों में शुक्राणु और कामेच्छा को प्रभावित करता है। वैवाहिक संबंध को मजबूत बनाने के लिए इन दोनों ही चीजों का बेहतर होना आवश्यक माना गया है। इसी उद्देश्य से दुल्हे के लिए दुल्हन दूध का गिलास लेकर आती है।
ज्योतिषशास्त्र में चन्द्रमा को मन का कारक माना गया है। यह व्यक्ति के पाचनतंत्र को भी प्रभावित करता है। सुहारत के मौके पर मन की बेचैनी के कारण पाचनतंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका रहती है। दूध मन को शांत रखने के साथ ही साथ अच्छी नींद और पाचनतंत्र को भी दुरुस्त रखता है यही कारण है कि सुहागरता के मौके पर दूल्हे को दुल्हन दूध का गिलास भेंट करती है।
दुल्हन के इस उपहार के बदले दूल्हा उन्हें मुंह दिखाई में कोई वस्तु देता है इससे आपसी विश्वास बढ़ता है जो रिश्ते को आगे ले जाने में सहायक होता है।
वैसे इस रस्म का वैज्ञानिक आधार भी है। दरअसल दूध सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन और एस्ट्रोजन को बढाते हैं।