उत्तर प्रदेश

सूखे और कर्ज की मार झेल रहे किसान के बेटे ने की खुदकुशी

download (61)एजेन्सी/ सूखे की मार, कर्ज़ और आर्थिक तंगी से परेशान किसानों की आत्महत्या का दौर अभी थमा नहीं है. इसी का नतीजा है कि अब किसानों के बेटे भी ख़ुदकुशी की राह पर निकल पड़े हैं. आपको बता दें कि बांदा के पचनेही गांव में तीन दिन पहले ख़ुदकुशी करने वाले किसान की राख अभी ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि मंगलवार को फिर एक ख़ुदकुशी से गांव में कोहराम मचा गया.

दरअसल, भूमिहीन किसान बब्बू प्रजापति के जवान बेटे ज्ञानबाबू ने आज ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली. जानकारी के मुताबिक ज्ञानबाबू की 15 दिन बाद शादी होनी थी. लेकिन साहूकारों के भारी कर्ज़ के दबाव से दबे पिता पर शादी का दबाव मृतक से सहन नहीं हुआ और उसने ज़हर खाकर अपनी जान दे दी.

बांदा के देहात कोतवाली के गांव पचनेही का है जहां आज किसान बब्बू प्रजापति के जवान बेटे ज्ञानबाबू की लाश कमरे से बरामद की गई. लाश के पास ही पड़ा एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें ख़ुदकुशी करने की बात लिखी है. आपको बता दें कि ज्ञानबाबू गुजरात में मज़दूरी कर रहा था और 26 अप्रैल को उसकी शादी होनी थी. अपनी शादी के सिलसिले में ज्ञानबाबू 5 अप्रैल को गांव आ गया था.

इधर परिजनों का कहना है कि मृतक के पिता बब्बू पर रिश्तेदारों और साहूकारों के करीब 7 लाख रुपए का कर्ज़ है. इस कारण ज्ञानबाबू काफी दिनों से परेशान था. साथ ही शादी के खर्चे के लिए पर्याप्त धन नहीं होने के कारण भी वह डिप्रेशन में था. परिजनों का कहना है कि सोमवार देर रात तक शादी की सभी रस्में होती रहीं और उसके बाद ज्ञानबाबू अपने कमरे में सोने चला गया था. जब अगली सुबह ज्ञानबाबू के कमरे में परिजन गए तो उन्हें वहां ज्ञानबाबू का शव मिला.

इस संबंध में मौके पर पहुंचे एसडीएम अनुज सिंह का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है. साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवार को आर्थिक रूप से मदद देने की भी बात कही है.

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