शास्त्रों के अनुसार ग्रहण पर भोजन करने से 12 वर्षों का एकत्र किया गया पुण्य नष्ट हो जाता है। इसलिए भूलकर भी ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए।
ग्रहण के दौरान व्यक्ति को सोना नहीं चाहिए ऐसा करने से व्यक्ति की सेहत बिगड़ सकती है। ग्रहण के समय भगवान का ध्यान करते रहना चाहिए।
शास्त्रों में कहा गया है कि जब ग्रहण पड़ रहा हो तो उस दौरान मल-मूत्र का त्याग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती है।
ग्रहण के समय किसी से बुरी बात या फिर धोखा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से अगले जन्म में सर्प योनि में जन्म होता है।
यह भी ध्यान रखें कि जब ग्रहण हो रहा हो तो उस समय शरीर की मालिश नहीं करनी चाहिए। मालिश करने से व्यक्ति अगले जन्म में कुष्ठ रोगी होता है।