नई दिल्ली: वर्ष 2015 को कई मायनों में भारत का वर्ष माना जा सकता है। सीमा पार म्यांमार में सैन्य कार्रवाई को अंजाम देने का मामला हो, विश्व योग दिवस के रूप में भारतीय योग को पहचान देने का या फिर दुनिया भर में भारतवंशियों की उपलब्धियों का, हर मोर्चे पर हम ‘हिंदुस्तानी’ आगे रहे…।जून में भारतीय सेना ने पहली बार सीमा पार कार्रवाई की। म्यांमार में इस कार्रवाई को अंजाम देते हुए उग्रवादियों को मार गिराया गया। जानकारी के अनुसार, भारतीय सेना ने म्यांमार की सेना और एनएससीएन खाप्लांग गुट के बागियों सहयोग से ऑपरेशन चलाया जिसमें 35 से 40 उग्रवादी मारे गए हैं। सेना ने म्यांमार सीमा में उग्रवादियों की अवैध हथियार हथियार फैक्ट्री को भी तबाह कर दिया है।राजपथ में महिलाओं ने दिखाई शक्तिगणतंत्र दिवस के मौके पर परेड में भारतीय महिलाओं ने इतिहास रचा। पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में महिला सैन्य दस्ते ने भी हिस्सा लिया। इस बार परेड की थीम ‘नारी शक्ति’ थी। यह पहला मौका है जब थल, जल और वायु सेना के महिला सैन्यदल भी परेड में शामिल हए। परेड में महिला सैन्य दस्ते का नेतृत्व कैप्टन दिव्या ने किया।
सानिया डबल्स टेनिस की ‘महारानी’
सानिया मिर्जा ने इस साल युगल रैंकिंग में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया। यह उपलब्धि पाने वाली वे पहली भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी रहीं। सानिया ने रैकिंग की दौड़ में इटली की सारा ईरानी (7640) और राबर्टा विंची (7640) को पछाड़ा।
गूगल में सुंदर पिचाई की सल्तनत
गूगल ने अपने ऑर्गनाइजेशन में बड़ा बदलाव करते हुए भारतीय मूल के सुंदर पिचाई को कंपनी का नया मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) बनाया गया है। आईआईटियन रहे सुंदर अब तक कंपनी में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट थे। गौरतलब है कि ट्विटर ने 2011 में पिचाई को जॉब ऑफर किया था, लेकिन गूगल ने तब उन्हें 50 मिलियन डॉलर (305 करोड़ रुपए) देकर रोक लिया।
भारतीय योग को मिला सम्मान, 21 जून विश्व योग दिवस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को विश्व योग दिवस घोषित किया। मोदी के इस प्रस्ताव का दुनिया के 172 देशों ने यूएन में समर्थन किया। इस साल पहली बार भारत के साथ पूरी दुनिया के लोगों ने दिन में अलग-अलग समय पर योग किया। भारत में मुख्य कार्यक्रम दिल्ली में राजपथ पर हुआ, जिसमें खुद पीएम मोदी ने 36 हजार लोगों के साथ योग किया।
महिला बैडमिंटन में साइना नेहवाल का दौर
देश की बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल बैडमिंटन की वर्ल्ड रैंकिंग में इस साल नंबर वन बनीं। वैसे, टॉप रैकिंग के लिए उनकी और स्पेन की कैरोलिन मारिन के बीच साल भर जोरदार टक्कर रही। कभी साइना नंबर वन रहीं तो कभी कैरोलिन या कोई अन्य खिलाड़ी। इन दोनों खिलाडि़यों ने महिला बैडमिंटन में चीन के दबदबे को काफी हद तक खत्म कर दिया।
कनाडा में भी छाए भारतवंशी, सरकार में मिला बड़ा पद
कनाडा में भारतवंशियों ने सरकार में अपना दबदबा बनाया है। भारतीय मूल के लेफ्टिनेंट कर्नल हरजीत सज्जन को कनाडा की नई सरकार में डिफेंस मिनिस्टर बनाया गया। नए पीएम जस्टिन ट्रूडो की कैबिनेट में भारतीय मूल के चार पंजाबियों को मंत्री बनाया गया
विश्व जिमनास्टिक में दीपा करमाकर ने बनाई पहचान
जिमनास्टिक खासकर महिला जिमनास्टिक में भारत को अब तक ‘अनाड़ी ‘ माना जाता था, लेकिन पूर्वोत्तर की दीपा करमाकर ने इस धारणा को अपनी मेहनत से तोड़ दिया। विश्व जिम्नास्टिक में हालांकि उन्हें पांचवां स्थान मिला, लेकिन उन्होंने इतिहास में अपना नाम तो बना ही लिया।