राष्ट्रीय

सेना ने अपने कर्मियों के नाम पुलिस को देने की चेतावनी को किया अनदेखा

मध्य कश्मीर के बडगाम चुनाव के दौरान सेना द्वारा एक व्यक्ति को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किए जाने के मामले में एक नई बात सामने निकल कर आई है। सूत्रों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर पुलिस के बार-बार कहने के बावजूद सेना ने अपने उन कर्मियों के नाम अभी तक नहीं सौपें हैं। जिन्होंने कश्मीरी युवक को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया है। 
गुरुवार को अदालत में पेश की गई एक रिपोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता बशीर अहमद डार ने कहा कि 53-आरआर के कमांडर, बीरवाह ने उस वाहन पार्टी के सेना कर्मियों का नाम नहीं दिया है।

बता दें कि यह पूरा मामला 9 अप्रैल 2017 का है जब पत्थरबाजी के दौरान एक कश्मीरी को सेना के द्वारा जीप के आगे बांध कर मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किए जाने का वीडियो सामने आया था। वहीं सेना का कहना है कि जीप से बंधे नौजवान वाले वीडियो की जांच-पड़ताल की जा रही है। 

 
 

Related Articles

Back to top button