जीवनशैली

सेल्फी का खतरनाक सच, जानकर रह जाएंगे दंग!

selfie-addict-56863f31b9738_lक्या आप भी जिंदगी के हर पल को अपने स्मार्टफोन के कैमरे में कैद करने की आदी हैं? क्या सेल्फी खींचने से आपको लगता है कि हां, आपके पास भी खुद को व्यक्त करने की कोई ताकत है? तो जरा संभल जाइए, क्योंकि अमरीकन साइकेट्रिक एसोसिएशन के मुताबिक, अगर आप तीन से ज्यादा सेल्फी एक दिन में लेते हैं तो यकीनन आप मानसिक रूप से बीमार हैं।

सोशल मीडिया पर सेल्फी एक महामारी की तरह फैल चुकी है और हर कोई सेल्फी लेने में व्यस्त है।

नए कपड़े पहने, कैसे बाल कटवाए, जिम में वर्कआउट किया, क्या खाया, क्या पीया, क्या देखा, सबकी सेल्फी इंस्टाग्राम, फेसबुक और ट्विटर सहित अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर आपको मिल जाएगी।

सेल्फी बनती मुसीबत

अविनाश की नई-नई शादी हुई है, लेकिन वह पत्नी की सेल्फी लेने की आदत से बेहद परेशान हैं। अविनाश कहते हैं कि जैसे ही हम कहीं बाहर जाते हैं, मेरी पत्नी सेल्फी लेने में व्यस्त हो जाती है। हम ठीक से कोई जगह देख ही नहीं पाते। उसकी दीवानगी कहीं बाहर घूमने तक ही सीमित नहीं है, वह क्या खा रही है, क्या बना रही है, इन सब चीजों के साथ भी सेल्फी लेकर सोशल साइट्स पर पोस्ट करती रहती है। वह हर किसी को हर वक्त जताना चाहती है कि वह कितनी अच्छी लग रही है और उसकी नई-नई शादीशुदा जिंदगी कितनी खुशहाल है। सेल्फी न केवल अपनों को परेशानी देती है, बल्कि सेल्फी लेने वाली महिलाओं को मोटा भी कर रही है। सेल्फी इन दिनों सबसे ज्यादा जिस जगह की ली जाती है, वह है जिम।

खुद को फैट टू फिट दिखाने की चाहत दूसरे लोगों पर भी पतला बना रहने का दबाव डालती है, जिसकी वजह से ईटिंग डिसऑर्डर पैदा हो जाते हैं। लोग अवसाद में आ जाते हैं और ज्यादा खाने लगते हैं। ऐसा खासतौर पर महिलाओं के साथ ज्यादा होता है। अवसाद में आई महिला खुद को पतला करने के लिए खतरनाक स्तर तक डाइटिंग तक करने लगती है।

पहचानिए खुद को

अमरीकन साइकेट्रिक एसोसिएशन ने सेल्फी लेने की बीमारी को सेल्फीटिस का नाम दिया है। जिसके मुताबिक, यह बीमारी एक ऐसी सनक है, जिसमें व्यक्ति पागलपन की हद तक अपनी फोटो लेने लगता है और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करता है। ऐसा करने से धीरे-धीरे उसका आत्मविश्वास खत्म हो जाता है, उसकी निजता पूरी तरह से भंग हो जाती है और वह एंजाइटी का शिकार इस कदर हो जाता है कि आत्महत्या करने तक की सोचने लगता है।

एसोसिएशन ने इस बीमारी को 3 स्तरों में बांटा है…

बॉर्डरलाइन

अगर आप हर रोज 3 सेल्फी लेते हैं, लेकिन उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट नहीं करते।

एक्यूट

अगर आप हर रोज कम से कम 3 सेल्फी

सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं।

क्रॉनिक

सेल्फी लेने पर कोई नियंत्रण नहीं है और आप रोज 6 फोटो तक पोस्ट करते हैं।

खुद से करने लगते हैं नफरत

विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि जरूरत से ज्यादा सेल्फी लेने की चाहत बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर नाम की बीमारी को जन्म दे सकती है। जिसमें लोग मानने लगते हैं कि वे अच्छे दिखाई नहीं देते। उन्हें अपने शरीर के उन कथित दोषों को ठीक करना चाहिए और इससे भी अच्छा उनके लिए यही होगा कि वे लोगों से बच कर रहें, उनसे मिले-जुले ही न। लाइक्स न मिलने पर वे यह भी मानने लगते हैं कि उनमें बहुत ज्यादा खराबी है, धीरे-धीरे ऐसे लोग गहरे अवसाद में चले जाते हैं। कॉस्मेटिक सर्जन्स भी मानते हैं कि कैमरा फोन के आविष्कार से कॉस्मेटिक सर्जरी करने वाले लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। लोग अक्सर अपने चेहरे को खूबसूरत और सेल्फी के मुताबिक बनाने की चाहत में उन तक आ रहे हैं।

औरतें लेती हैं ज्यादा सेल्फी

ऐसा नहीं है कि केवल किशोर और युवा ही सेल्फी खींचने में व्यस्त हैं। विभिन्न शोध साबित कर चुके हैं कि महिलाएं सेल्फी सबसे ज्यादा लेती हैं। असल में वे अपने कपड़े, बालों, आईब्रोज यहां तक कि पिंपल्स की भी सेल्फी के जरिए व्याख्या करती हैं।  वे यह जानना चाहती हैं कि आखिर किस एंगल से खूबसूरत लग रही हैं और उनके चेहरे में क्या-क्या कमियां हैं। वैसे मनोवैज्ञानिक भी मानते हैं कि महिलाओं का सेल्फी खींचने का एक सकारात्मक प्रभाव भी उनके ऊपर पड़ता है। जब सेल्फी खींचती हैं तो उनमें एक तरह से भीतर ही भीतर सशक्तिकरण का भाव जागृत होता है, उन्हें लगता है कि उनका खुद पर पूरी तरह नियंत्रण है। उन्हें लगता है कि जब दूसरा फोटो खींचता है तो वह अपने एंगल के मुताबिक फोटो लेता है, लेकिन सेल्फी में वे अपनी मर्जी, अपने एंगल से फोटो ले पाती हैं। लिहाजा वे इसे किसी और की बजाय खुद के खुद पर नियंत्रण की तरह देखती हैं।

कैसे पाएं छुटकारा

अगर आप नहीं चाहते कि आपको भी डैनी की तरह मनोचिकित्सकों के पास जाना पड़े तो हर पल की सेल्फी लेना छोड़कर उसका आनंद लेना सीखें। अगर आप सेल्फी लेना नहीं छोड़ पा रहे हैं तो थोड़ी देर के लिए स्मार्टफोन से दूर रहे हैं। जैसे पहले 10 मिनट, फिर आधा घंटा और फिर धीरे-धीरे समय बढ़ाते जाएं। समय का सदुपयोग करना सीखें, कुछ भी ऐसा करें, जिससे आपका ध्यान और मन किसी और चीज में लगने लगे। अपनी जिंदगी अपने नजरिए से जीएं, दूसरों के से नहीं।

जब जान ली सेल्फी ने

जयपुर के पास नेवटा में सेल्फी लेते हुए तीन युवकों की बांध में डूबने से मौत हो गई।

रूस में सेल्फी लेने के चक्कर में पुल से 40 फीट नीचे गिरकर युवती की जान चली गई।

लंदन में सेनडियागो में सांप के साथ सेल्फी लेने के चक्कर में एक शख्स खुद को सांप से कटवा बैठा और मौत का शिकार हो गया।

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पुलिस ने एक किशोर को खिलौने बंदूक के साथ सेल्फी लेते देखा। पुलिस ने उस किशोर को अपराधी समझ कर गोली मार दी।

भोपाल में रिवॉल्वर के साथ सेल्फी लेने के चक्कर में एक किशोर जान से हाथ धो बैठा।

रूस में एक लड़की 9 एमएम हैंडगन को कनपटी पर रखकर सेल्फी ले रही थी। तभी ट्रिगर दब गया और गोली लड़की के भेजे के आर-पार हो गई।

सिंगापुर का एक शख्स बाली में अपने दोस्तों के साथ छुट्टियां मनाने गया था। सेल्फी लेने के चक्कर में चट्टान से पैर फिसलने पर वह समुद्र में गिर गया और उसकी मौत हो गई।

फ्रांस में हुए हमले का हमलावर उस वक्त पकड़ा गया, जब उसने व्हाट्सएप पर कटे सिर के साथ सेल्फी पोस्ट की।

रूस में शहर टैगनरोग में 15 साल की दो लड़कियां सेल्फी लेने के लिए मालगाड़ी की छत पर चढ़ गईं। दोनों को करंट लगने के कारण अस्पताल जाना पड़ा।

(दुनियाभर में ऐसी अनेक घटनाएं हो चुकी हैं, ये तो कुछ ही मामले हैं।)

कहां-कहां सेल्फी

अमरीका के राष्ट्रपति ओबामा, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड केमरून और डेनमार्क की प्रधानमंत्री हैली शिमिट तक ने नेल्सन मंडेला की अंतिम क्रिया के दौरान सेल्फी (गैफी) ले डाली थी। बीते साल दिसंबर सिडनी में विमान अपहरण हादसे के दौरान महिलाएं और पुरुष दोनों घटना-स्थल के सामने सेल्फी लेने में व्यस्त थे। सउदी अरब की एक लड़की ने अपनी दादा की अंत्येष्टि के दौरान सेल्फी ली और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी थी। इस तरह की दुखदायी घटनाओं के दौरान भी लाइक्स और कमेंट्स की चाहत सेल्फी लेने की सनक अनुचित व्यवहार की तरफ ले जाती है।

ऐसे भी हुआ

सेल्फी का इस्तेमाल

2014 में हुए ऑस्कर अवार्ड में कॉमेडियन ऐलेन डीजनरस की सेलेब्रिटी दोस्तों ब्रेडली कूप, मेरिल स्ट्रीप, जूलिया रॉबट्र्स और ब्रेड पिट के साथ ली गई सेल्फी उस साल सबसे ज्यादा ट्वीट होने वाली सेल्फी बनी थी। बाद में वॉल स्ट्रीट जर्नल ने खुलासा किया था कि यह एक मोबाइल निर्माता कंपनी

अपने नए फोन को लेकर किया गया कॉरपोरेट मनी मेकिंग स्कैम था।

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