सैनिकों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है प्रदेश सरकार : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के 11 वीर अमर शहीद सैनिकों के आश्रितों को शासकीय सेवा में नियोजित किए जाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति पत्र वितरित किए। सरकारी आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, आज दूसरी बार शहीद सैनिकों के आश्रितों को नियुक्ति पत्र वितरित करने का कार्य किया जा रहा है। देश के लिए शहीद होने वालों के परिवारों का सम्मान करना हम सबका साझा दायित्व है। प्रदेश सरकार सैनिकों के प्रति संवेदनशील होकर काम कर रही है। इसके साथ ही हर संभव सहायता के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में पहली बार फरवरी में राजधानी लखनऊ में भव्य डिफेंस एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है, जिससे सभी को रक्षा क्षेत्र की अत्याधुनिक तकनीक और शस्त्रों का अवलोकन करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही रक्षा गलियारे में निवेश का भी अवसर उपलब्ध होगा। मुख्यमंत्री ने कहा किरक्षा उत्पादन गलियारे के माध्यम से प्रदेश में व्यापक पैमाने पर रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही पीएम मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ की भावना के अनुरूप सेना को शस्त्रों से सुसज्जित करने में भी सफलता प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि में जमा होने वाली राशि का तीन गुना अंशदान प्रदेश सरकार दे रही है ताकि हमारे वीर सैनिकों के कल्याण के लिए धन की कमी न रहे। उन्होंने कहा, “पूर्व सैनिकों के पुनर्वास और सम्मानजनक जीवन यापन के लिए तीन लाख तक के बैंक ऋण पर चार प्रतिशत ब्याज भी सरकार वहन करेगी। इसके अन्तर्गत पात्र लाभार्थियों को 12 हजार देने का निर्णय भी प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में विभिन्न ‘मेडल’ व ‘चक्र’ पाने वाले जवानों के लिए एकमुश्त सहायता राशि और वार्षिक धनराशि में भी प्रदेश सरकार ने उल्लेखनीय वृद्धि की है।उन्होंने कहा कि सैनिकों के कल्याण व सुविधाओं के लिए 5.5 करोड़ रुपये से प्रयागराज, मेरठ, कौशांबी और मऊ में नवीन सैनिक कल्याण कार्यालय व पूर्व सैनिकों के लिए विश्राम गृहों का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही 3.5 करोड़ रुपये से नौ जिलों में सैनिक विश्राम गृहों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है।