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सैनिक को मरना नहीं, दुश्मन को मारना चाहिए: मनोहर पर्रिकर

दस्तक टाइम्स/एजेंसी
2015_12image_00_46_35065884205-llपणजी: रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि वह तब तक संन्यास नहीं लेंगे जब तक कि उनका काम पूरा नहीं हो जाता। अपने 60वें जन्मदिवस के अवसर पर बड़ी संख्या में जमा हुए अपने समर्थकों को सम्बोधित करते हुए पर्रिकर ने कहा ‘‘ मैं राजनीति से संन्यास नहीं लेने जा रहा। जो मैं कर रहा हूं पहले उसे पूरा करूंगा।’’ रक्षा मंत्री मनोहर परिकर के मुताबिक सैनिकों को अपना जीवन कुर्बान करने की बजाय दुश्मनों की जान लेने के लिए कहना चाहिए। परिकर ने कहा कि यह कहा जाता है कि सैनिक देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर करने को तैयार हैं। मैं इसके खिलाफ हूं। मरना नहीं, दुश्मन को मारना चाहिए। राज्य में अगले साल अप्रैल में आयोजित होने जा रही रक्षा प्रदर्शनी के संबंध में रक्षामंत्री ने कहा ‘‘इस प्रदर्शनी के लिए कुछ दिनों के लिए जमीन दी गयी है। कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियां अपने उत्पादों को दिखाने के लिए यहां आ रहीं है इसलिए यह जरूरी है। लोगों के यहां आने से स्थानीय कारोबार और टैक्सी चालकों को काफी फायदा होगा जो पर्यटकों की संख्या घटने से परेशान थे। यह राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है।’’ पर्रिकर ने शहर के कंपाल में 50 हजार से अधिक समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा ‘‘ भाजपा को कांग्रेस से नहीं बल्कि लोगों से प्रमाणपत्र लेने की आवश्यकता है। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि राज्य के लिए जो भी जरूरी होगा मैं वह सब करूंगा।’’ उन पर हर सप्ताहांत गोवा आने के आरोपों पर रक्षामंत्री ने कहा ‘‘ गोवा मेरी कर्मभूमि है जिसे में किसी कीमत पर नहीं छोड़ सकता। मैं राज्य सभा में लखनऊ से चुना गया हूं लेकिन मेरी जड़ें गोवा में हैं।’’

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