सोने का यह तरीका किस्मत बदल देता है
दिन भर काम कर-कर के जब इंसान थक जाता है, तो उसके मन में बस यही चलता है कि अब रात को वह चैन की नींद सोएगा। और चैन भरी नींद आखिर कौन नहीं लेना चाहता। वंही जो लोग इतना काम करते हैं, फिर भी उन्हे सफलता नहीं मिल पा रही, तो उनके लिए यह खबर बड़े ही काम की हो सकती है। क्योंकि आज हम आपको सोने से संबधित कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं, जिसे ध्यान में रखकर अगर आप इस प्रकार से सोते हैं, तो इससे आपके सारे काम सफल भी होने लगेगें और साथ ही आपकी किस्मत के ताले भी खुल जाएंगे। तो चलिए जानते हैं कि सोते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
दक्षिण दिशा में पाँव रखकर कभी भी नही सोना चाहिए, क्योंकि ये दिशा यम और दुष्टदेवों का निवास रहता है, कान में हवा भरती है, मस्तिष्क में रक्त का संचार कम हो जाता है।
पूर्व की तरफ सिर करके सोने से विद्या, पश्चिम की ओर सिर करके सोने से चिन्ता, उत्तर की ओर सिर करके सोने से हानि, तथा दक्षिण की तरफ सिर करके सोने से धन व आयु की प्राप्ति होती है।
दिन में कभी नही सोना चाहिए। परन्तु जेष्ठ मास मे दोपहर के समय एक मुहूर्त (48 मिनट) के लिए सोया जा सकता है।
ह्रदय पर हाथ रखकर, छत के पाट या बीम के नीचें और पाँव पर पाँव चढ़ाकर नहीं सोना चाहिए।
दिन में तथा सूर्योदय एवं सुर्यास्त के समय सोने वाला व्यक्ति रोगी और दरिद्र हो जाता है।
विद्यार्थी, नौकर औऱ द्वारपाल, ये ज्यादा देर तक सोए हुए हों तो, इन्हें जगा देना चाहिए।
सूने घर में अकेला नहीं सोना चाहिए। देवमन्दिर और श्मशान में भी नहीं सोना चाहिए।