अद्धयात्म
सोमवती अमावस्या पर गूंजे भोले के जयकारे, बाबा विश्वनाथ का किया जलाभिषेक
दस्तक टाइम्स एजेन्सी/ लखनऊ। संगम नगरी इलाहाबाद और चित्रकूट समेत समूचे उत्तर प्रदेश में सोमवती अमावस्या और मौनी अमावस्या के अद्भुत संयोग के अवसर पर करोड़ों श्रद्धालुओं ने पवित्र नदियों और सरोवरों में आस्था की डुबकी लगाई।
इलाहाबाद, वाराणसी, सीतापुर, गढमुक्तेश्वर, मथुरा, अयोध्या, गोरखपुर, बरेली, लखनऊ और कानपुर समेत नदियों के किनारे स्थित घाटों पर आज भोर से ही स्नानार्थियों की भीड जुटनी शुरू हो गई थी।
सोमवार के दिन मौनी आमवस्या के होने से स्नानार्थियों ने मौन रहकर पवित्र नदियों में स्नान किया और दान पुण्य कर परिवार की सुख शांति की कामना की। इस दौरान घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे।
स्नान के दौरान दुर्घटनाओं से बचने के लिए नौका और गोताखोर तैनात किए गए थे। इसके अलावा घाटों पर मौजूद जल पुलिस लाउडस्पीकर के माध्यम से स्नानार्थियों को नदी के खतरे वाले क्षेत्र में न जाने के प्रति आगाह करती रही।
नदी किनारे स्थित मंदिरों के घंटे घड़ियाल पूरे दिन बजते रहे। श्रद्धालुओं ने कतार में लग कर पूजा-अर्चना की। इस दौरान शरारती तत्वों पर नजर रखने के लिये जगह-जगह क्लोज सर्किट टीवी कैमरे लगाए गए थे।
सांस्कृतिक नगरी वाराणसी के दशाश्वमेध घाट, असि घाट, राजेन्द्र घाट, पंचगंगा घाट शीतला घाट और अहिल्याबाई घाट समेत अन्य घाटों पर लाखों स्नानार्थियों ने मौन रह कर स्नान किया और बाद में हर- हर गंगे का उद्घोष कर सूर्यदेव को अर्घ्य दिया।
इस मौके पर बाबा विश्वनाथ मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर पूजा-अर्चना की। धार्मिक नगरी की गली- गली में स्थित हजारों की तादाद में शिवलिंग पर श्रद्धालुओं ने गंगाजल का अभिषेक किया।
अयोध्या में सरयू तट पर स्थित नया घाट, गुप्तार घाट, झुमकी घाट, गोला घाट और जमथरा घाट में श्रद्धालुओं का तांता भोर से ही लगना शुरू हो गया था। मौन रहकर स्नान करने के बाद स्नानार्थियों ने मंदिरों में पूजा अर्चना की और दान-पुण्य कर परिवार की सुख-शांति की कामना की। क्षीरेश्वर मंदिर, नागेश्वर, विघ्नेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं ने भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।