उत्तराखंड

स्कूल का अजीब फरमान, दाढ़ी वाले छात्र न आएं स्कूल

beard-563edf4f9de98_exlstस्तक टाइम्स/एजेंसी: उत्तराखंड:  रुड़की के एक गांव में छात्र को दाढ़ी बढ़ाने के कारण स्कूल आने से ही मना कर दिया। पीरपुरा गांव निवासी आकिल अहमद ने बताया कि उनका बेटा मोबिन एक पब्लिक स्कूल में कक्षा दस में पढ़ता है।
उसने दाढ़ी बढ़ा रखी है। सात नवंबर को वह प्रतिदिन की तरह से स्कूल गया तो स्कूल की प्रधानाचार्या ने उसे क्लास में बैठने मना कर दिया। प्रधानाचार्या ने कहा कि स्कूल में दाढ़ी में नहीं आ सकते हैं। दाढ़ी कटवानी पड़ेगी। छात्र ने घर आकर बताया।
इस पर वह स्कूल गए। उन्होंने पूछा कि क्या स्कूल में कोई ऐसा नियम है। यदि नियम है तो वह लिखकर दें। इस पर विद्यालय की प्रधानाचार्या ने स्कूल के लेटर पैड पर ‘प्रमाणित किया जाता है कि दाढ़ी वाले बच्चों को स्कूल में आने की अनुमति नहीं है’।
परिजन स्कूल के इस फरमान से बेहद परेशान है। उनका कहना है कि वह इस बात की शिकायत जिलाधिकारी हरिद्वार से करेंगे।
उत्तराखंड के घनसाली (टिहरी) में विनकखाल राजस्व क्षेत्र के ग्राम गेंवाली में छात्रा पर जलता हुआ पटाखा छोड़ने और परिजनों को धमकी देने पर पीड़िता के पिता ने पटवारी चौकी में आठ लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। पटवारी ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गेंवाली के प्राथमिक स्कूल में पढ़ रही दर्शन सिंह की बेटी राजी पर 26 अक्तूबर को गांव के ही कुछ शरारती छात्रों ने जलता हुआ पटाखा फेंक दिया था, जिससे उसकी दांयी आंख जख्मी हो गई थी। स्थानीय स्तर पर सुनवाई नहीं होने पर पीड़िता के पिता ने जिला मुख्यालय पहुंचकर एसडीएम से शिकायत की। एडीएम के रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश पर विनकखाल पटवारी ने मामला दर्ज किया।
तहरीर के आधार पर गांव के पूर्व प्रधान कीर्ति सिंह पुत्र बचन सिंह, प्यार सिंह पुत्र प्रेम सिंह, नरेंद्र सिंह पुत्र प्यार सिंह, सुरेंद्र सिंह पुत्र प्यार सिंह, बीर सिंह पुत्र बचन सिंह सहित तीन स्कूली छात्रों के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
राजस्व उपनिरीक्षक मोहन लाल ने बताया कि गांव में जाकर मामले की जांच करने के बाद आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। 

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