स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को सेहत मंत्री से फिर मिला आश्वासन
वीरवार को चंडीगढ़ में सेहत मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी और प्रिंसिपल सचिव हेल्थ विनी महाजन के साथ स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की मीटिंग हुई। इसमें डॉक्टरों को भरोसा दिलाया गया है कि वे उनकी मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचा कर कोई न कोई हल जरूर निकालेंगे।
इसके बाद सभी स्पेशलिस्ट डॉक्टर वापस लौट आए हैं और वे अपनी मांगें माने जाने का इंतजार करने को विवश हैं। यह पहली बार नहीं है जब सेहत मंत्री और विभागीय अधिकारियों की ओर से स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को आश्वासन दिया गया हो।
इससे पहले भी 10 व 17 दिसंबर 2014 को सेहत मंत्री के साथ हुई मीटिंग में मांगें माने जाने का भरोसा मिल चुका है। इससे पहले बीते साल 1, 7 और 16 अक्तूबर को कामकाज ठप्प रखकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं।
जब मांगें ने मानी गई तो एसोसिएशन की ओर से बीती साल 16 अप्रैल को काले बिल्ले लगाकर काम किया गया था, लेकिन सरकार पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
यही नहीं मांगें न माने जाने से नाराज इन स्पेशलिस्ट डॉक्टरों ने बीती साल 2 मई को हड़ताल शुरू कर दी थी। इस वजह से अस्पताल का कामकाज तो प्रभावित हुआ, लेकिन विभाग व सरकार की सोच प्रभावित नहीं हो सकी।
सरकार ने इन डॉक्टरों को एक बार फिर से 20 मई को बात कर भरोसा दिया कि वे उनकी मांगों पर विचार करेंगे। आश्वासन के बाद हड़ताल तो वापस हो गई, लेकिन कई माह बीत जाने के बाद भी जब इनकी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो एक बार फिर से 1 अक्तूबर 2015 से अस्पताल में संघर्ष का एलान कर दिया गया।
इस दौरान डॉक्टरों की ओर से कई बार धरना-प्रदर्शन किया गया, लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला। अब एक बार फिर से सेहत मंत्री की ओर से इन डॅाक्टरों की मांगें माने जाने का भरोसा दिया गया है।