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स्मार्ट चिप वाले ड्राइविंग लाइसेंस की क्वालिटी घटिया, मिट रही जानकारी

smart_card_dv_cg_20161216_1287_16_12_2016रायपुर (निप्र)। स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस की क्वालिटी घटिया होने से 3-4 महीने में ही दर्ज जानकारी व तस्वीरें धुंधली पड़ने लगी हैं। परिवहन विभाग के पास इसकी शिकायतें पहुंच रही हैं, लेकिन वे ध्यान नहीं दे रहे हैं। नईदुनिया ने पड़ताल में पाया कि ड्राइविंग लाइसेंस का ठेका लेने वाली कंपनी ने सामान्य कैमरे से तस्वीरें ली छपाई भी खराब करा रही है।

परिवहन विभाग ने पुराने लाइसेंस निरस्त कर चिप वाले नए बनाने का ठेका स्मार्ट चिप लिमिटेड को 2012 में 10 साल के लिए दिया था। रायपुर जिले की ही बात करें तो जिन 70 फीसदी लोगों के लाइसेंस बन चुके हैं, उनमें से अधिकांश खराब होने लगे हैं। ठेका कंपनी को साढ़े 3 सौ रुपए में से प्रति लाइसेंस के लिए 89 रुपए मिलते हैं।

कंपनी जिम्मेदार है

खराब क्वालिटी के लिए ठेका कंपनी जिम्मेदार है। लाइसेंस की अच्छी प्रिंटिंग करने के लिए कंपनी को कहा जाएगा। सुधार नहीं होने पर कार्रवाई होगी। – ओपी पाल, अतिरिक्त परिवहन आयुक्त

मुफ्त में दूसरा बना देंगे : जिनके लाइसेंस खराब हुए हैं, वे कंपनी के डाटा सेंटर पंडरी में जाएं बिना शुल्क दूसरा बना दिया जाएगा। एनआईसी सॉफ्टवेयर को सपोर्ट करने वाले कैमरे से फोटो खींची जा रही हैं। तकनीकी दिक्कतों से छपाई खराब हो सकती है। 

 

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