स्वतंत्रता दिवस पर ओलंपिक खिलाड़ियों का सम्मान, पीएम मोदी ने लाल किले पर मौजूद खिलाड़ियों के लिए बजवाईं तालियां
देश आज अपना 75वां स्वाधीनता दिवस मना रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल की प्राचीर से देश को संबोधित कर रहे हैं। देश के नाम संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने हाल ही में संपन्न हुए टोक्यो ओलंपिक में भारतीय एथलीटों द्वारा किए गए शानदार प्रदर्शन का भी उल्लेख किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने लाल किले पर मौजूद ओलंपिक खिलाड़ियों का सम्मान तालियां बजवाकर किया।
भारतीय खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने हमारा दिल ही नहीं जीता बल्कि आने वाली पीढियों को प्रेरित करने का बहुत बड़ा काम किया है । उन्होंने यह भी कहा कि खेलों में प्रतिभा, तकनीक और पेशेवरपन लाने के लिए जारी अभियान को और तेज तथा व्यापक करना होगा । प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में कहा ,’एथलीटों पर विशेष तौर पर हम ये गर्व कर सकते हैं कि उन्होंने हमारा दिल ही नहीं जीता है लेकिन उन्होंने आने वाली पीढियों को भारत की युवा पीढी को प्रेरित करने का बहुत बड़ा काम किया है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ओलंपिक में भारत का नाम रोशन करने वाली युवा पीढी, ऐसे हमारे एथलीट, हमारे खिलाड़ी आज इस आयोजन में हमारे बीच में हैं। मैं आज देशवासियों को जो यहां मौजूद हैं, उनको भी और हिंदुस्तान के कोने कोने से जो इस समारोह में मौजूद हैं ,उन सभी को मैं कहता हूं कि हमारे खिलाड़ियों के लिये आइए कुछ पल तालियां बजाकर उनका सम्मान करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के खेलों का सम्मान , भारत की युवा पीढ़ी का सम्मान, भारत को गौरव दिलाने वाले युवाओं का सम्मान । देश…. करोड़ों देशवासी आज तालियों की गड़गड़ाहट के साथ हमारे इन जवानों का, देश की युवा पीढ़ी का गौरव कर रहे हैं , सम्मान कर रहे हैं। मोदी ने आगे अपने भाषण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा के महत्व के संदर्भ में खेलों का उदाहरण देकर कहा कि खेल के मैदान में भाषा कभी रूकावट नहीं बनी और नतीजा सभी ने देखा ।
उन्होंने कहा कि देश ने देखा है कि खेल के मैदान में भाषा रूकावट नहीं बनी। उसका परिणाम देखा है कि हमारे युवा खिलने लगे हैं। खिल भी रहे हैं और खेल भी रहे हैं। अब ऐसा ही जीवन के अन्य मैदानों में भी होगा। प्रधानमंत्री ने कहा ,’इस बार ओलंपिक में भी हमने ये बदलाव देखा है और अनुभव किया है। ये बदलाव हमारे देश के लिए बहुत बड़ा टर्निंग प्वाइंट है। इसलिए आज देश में खेलों में प्रतिभा, तकनीक और पेशेवरपन लाने के लिये जो अभियान चल रहा है, इस दशक में हमें उसे और तेज करना है और व्यापक करना है।’
टोक्यो ओलंपिक में इस बार भारतीय एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विभिन्न स्पर्धाओं में सात पदक जीते। जिनमें भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा का स्वर्ण पदक भी शामिल है। यह भारत का ओलंपिक में अब तका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले साल 2012 में लंदन ओलंपिक में भारत ने छह पदक जीते थे।