स्वयंभू बाबा स्वामी नित्यानंद के खिलाफ केस दर्ज, बच्चों का अपहरण करने का है मामला
स्वयंभू बाबा स्वामी नित्यानंद के खिलाफ बच्चों को अगवा करने के मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया है। आरोप है कि अहमदाबाद स्थित आश्रम के संचालन के लिए स्वामी नित्यानंद बच्चों को बंधक बनाकर अपने अनुयायियों से चंदा जुटाने के काम में लगा देता है। इसके अलावा, पुलिस ने नित्यानंद की दो शिष्याओं साध्वी प्राण प्रियनंदा और प्रियतत्व रिद्धि किरण को गिरफ्तार किया है। दोनों पर चार बच्चों का अपहरण करने, फ्लैट में बंधक बनाकर रखने और बाल मजदूरी कराने का आरोप है। अहमदाबाद ग्रामीण के डीएसपी केटी कमारिया ने बताया कि एक फ्लैट और योगिनी सर्वज्ञपीठम आश्रम से चार बच्चों को मुक्त कराया गया था। इनके बयान दर्ज करने के बाद नित्यानंद के खिलाफ केस दर्ज किया गया। कमारिया के मुताबिक, आश्रम से छुड़ाए गए नौ और दस साल के बच्चों ने बताया कि उन्हें यातनाएं दी जा रही थीं और बाल श्रमिक के तौर पर उनसे काम करवाया जा रहा था।
उन्हें फ्लैट में दस दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया। इन आरोपों के बाद नित्यानंद की दोनों शिष्याओं को गिरफ्तार किया गया। फ्लैट से मुक्त कराए गए बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया है, जो उनके परिजनों का पता लगा रही है।
इससे पहले, दो बहनों के अभिभावकों ने भी आश्रम प्रशासन पर उन्हें बच्चों ने नहीं मिलने देने के आरोप लगाए थे। कमरिया ने बताया कि बहनों को मुक्त कराकर उनके अभिभावकों को सौंप दिया गया है। बच्चियों के पिता जनार्दन शर्मा ने गुजरात हाई कोर्ट में सोमवार को एक याचिका दायर कर दावा किया था कि उनकी बेटियों को अगवा कर दो हफ्ते से ज्यादा समय से बंधक बनाकर रखा गया था।
हाईकोर्ट ने सरकार और नित्यानंद को भेजा नोटिस
गुजरात हाईकोर्ट ने बुधवार को जनार्दन शर्मा की याचिका पर गुजरात सरकार, पुलिस महानिदेशक, पुलिस अधिकारियों, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष और स्वामी नित्यानंद को नोटिस जारी कर जवाब मांगा। शर्मा ने याचिका में कहा कि पुलिस ने उनकी दो बेटियों को तो मुक्त करा लिया, लेकिन उनकी बड़ी बेटी लोपमुद्रा (21) और नंदिता शर्मा (18) अब भी नित्यानंद की हिरासत में हैं।