स्वर्ग जाने की इच्छा जताने वाली मासूम की मौत

एजेंसी/ वाशिंगटन। लाइलाज बीमारी से पीड़ित 5 साल की जुलियान स्नो के माता-पिता ने फैसला कर लिया था कि मौत के करीब पहुंच चुकी अपनी बेटी को अब ज्यादा तकलीफ न देते हुए उसे इस दर्द से छुटकारा दिला दें। लाइफ सेविंग सिस्टम से हटाने के फैसले में उन्होंने अपनी बेटी को भी शामिल किया था। बेटी ने भी कह दिया था कि वह अस्पताल में रहने की बजाए स्वर्ग जाना पसंद करेगी। जुलियाना को जन्मजात लाइलाज न्यूरोमस्क्यूलर बीमारी थी। अब जुलियाना की मौत हो चुकी है।
जुलियाना एक न्यूरोमस्क्यूल रोग से पीड़ित थी जिसके कारण उसे इतनी कमजोरी हो गए थे कि न तो वह चबा सकती थी, न कुछ निगल सकती थी। जुलियाना की मां डॉ. मिशेल मून ने अपने ब्लॉग पर लिखा ‘हमारी प्यारी जुलियाना आज स्वर्ग चली गई।’ वे लिखती हैं ‘ मैं हैरान हूं और मेरा दिल टूट चुका है लेकिन मैं आभारी भी हूं। मुझे महसूस होता है कि मैं दुनिया की सबसे किस्मतवाली मां हूं, क्योंकि भगवान ने मुझे इस गौरवशाली बच्ची को सौंपा और हमने लगभग 6 साल साथ में गुजारे।’
अपने ब्लॉग में मां ने मून ने लिखा वह चाहती थी कि दुनिया जुलियाना ‘जगमगाती रोशनी’ की तरह याद रखे जो कि प्यार करना पसंद था और केवल बुरे लोगों को छोड़कर।
जुलियाना ने बिना चिकित्सा हस्तक्षेप के इस दुनिया से अलविदा कहना चाहती थी।
मून ने लिखा ‘उसने यहां रहने के लिए बहुत संघर्ष किया, बहुत ज्याद संघर्ष कि मैने आज तक किसी को शायद ही ऐसे लड़ते हुए देखा हो, अपने शरीर के साथ जो कि इस दुनिया में रहने के लिए बहुत नाजुक था। वह बहुत बहादुर था और मुझे इस बात का दुख है कि उसे इतना ज्यादा बहादूर होना पड़ा था। आज वह आजाद है। हमारी प्यारी जुलियाना आखिरकार आजाद हो गई।’