लखनऊ: ठाकुरगंज इलाके में दो सगे भाइयों इमरान गाजी और उसके भाई अरमान के हत्यारोपी शिवम ने बुधवार देर शाम गोमतीनगर स्थित एक मकान में गोली मारकर खुदखुशी कर ली। शिवम ने यह कदम तब उठाया जब क्राइम ब्रांच की टीम उसको पकड़ने के लिए उस मकान को घेर लिया था। इस हादसे के बाद पकड़ने गई टीम के हाथपांव फूल गए, जैसे तैसे दूसरे आरोपी उमेश को पकड़ा और उच्चाधिकारियों को सूचना दी। दोनों अपराधियों को आश्रय देने वाले किराएदार को भी हिरासत में लिया गया है। लखनऊ एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि शिवम और उसके दोस्त उमेश कुमार ने 3 अक्टूबर की रात इमरान गाजी और उसके भाई अरमान की हत्या कर दी थी। जिसके बाद से दोनों आरोपी गोमतीनगर के विराम खंड में छिपे होने की सूचना दी थी। इस पर अभिसूचना इकाई के पुलिस उपाधीक्षक राधेश्याम राय व क्षेत्राधिकारी हजरतगंज के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच, एंटी डकैती स्क्वॉयड व अन्य पुलिसकर्मियों की टीम दोनों आरोपियों की तलाश में भेजी गई थी। पुलिस की टीम विराम खंड-5 में स्थित एक मकान पर पहुंची थी कि प्रथम तल पर छिपे शिवम सिंह को भनक लग गई। बालकनी से पुलिस के देख शिवम कमरे में घुसा और तमंचे से खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज पर पुलिस टीम ने आननफानन में उमेश को दबोचने के साथ उच्चाधिकारियों को सूचना दी। दोहरे हत्याकांड के आरोपी द्वारा खुद को गोली से उड़ा लेने की सूचना पर लखनऊ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुजीत पांडेय व पुलिस के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। चिन्ना से पूछताछ के साथ उसे ठाकुरगंज थाने भेजा। फोरेंसिक टीम बुलाकर छानबीन की। साक्ष्य संकलित करने के बाद शिवम के शव को मॉर्च्युरी भेजा। दोहरे हत्याकांड के बाद से अंडरग्राउंड शिवम के परिवारीजनों को उनके परिचितों के माध्यम से सूचना दी गई है।