
मध्य प्रदेश के नीमच जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर स्थित जालीनेर गांव का खाखर देव मंदिर अनोखी वजह से प्रसिद्ध है, यहां पर आने साधारण भक्तों के अलावा अपराधी और कैदी भी पूजा करने आते हैं। माना जाता है कि जो अपराधी जेल से भागने की मन्नत माँगने या फिर ज़मानत पर छूटना चाहते हैं वो यहां आकर प्रार्थना करते हैं। बताया जाता है कि इस मंदिर में जेल से फरार होने के लिए मन्नत मांगने वाले कैदियों की जब मन्नत पूरी हो जाती है तो वो इस जगह पर हथकड़ी चढ़ाने आते हैं, इससे भी बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि ये हथकड़ियां अफीम तस्कर और जेल से भागे कैदी चढ़ाते हैं, जो रात के अंधेरे में मंदिर में दाखिल होते हैं और हथकड़ी चढ़ाकर वहां से भाग निकलते हैं। हालांकि मंदिर के पुजारी की मानें तो करीब 50 साल से मंदिर में हथकड़ी चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है।
मंदिर में पूजा करने वाले पुजारी भी किसी का नाम बताने से डरते हैं, उनका कहना है कि कैदी जेल से भागने की मन्नत मानते हैं और पूरी होने पर रात के अंधेरे में चोरी-छुपे हथकड़ी चढ़ाकर चले जाते हैं, एक ओर जहां रात के अंधेरे में कैदी अपनी जेल से भागने की मन्नत पूरी करने के लिए मंदिर में आते हैं तो वहीं दिन में आम भक्त भी दर्शन करने के लिए इस मंदिर में आते हैं। यहां आने वाले आम भक्तों की मानें तो इस मंदिर में विराजमान नाग देवता कैदियों के साथ ही दूसरे लोगों की मनोकामना भी पूरी करते हैं। गौरतलब है कि यह मंदिर कैदियों की वजह से काफी सुर्खियों में है और कैदियों की जेल से भागने की मन्नत पूरी होते देख आम लोग भी इस मंदिर में हाजिरी लगाने से खुद को नहीं रोक पाते हैं। मंदिर में आने वाले भक्तों का कहना है कि इस मंदिर में विराजमान नाग देवता कैदियों के साथ ही दूसरे लोगों की मनोकामना भी पूरी करते हैं।