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हनीट्रैप में जवानों को फंसा रहा पाक

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GANDHINAGAR : ATS ने कच्छ से दो संदिग्ध PAKISTAN के जासूसों को गिरफ्तार किया है। अब इस गिरफ्तारी के मामले में एक बड़ा खुलासा सामने आया है।

बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने इन्हें फांसने के लिए हनीट्रैप बिछाया था। दोनों को एक पाकिस्तानी महिला के जरिए हनीट्रैप में फंसाया गया। फिर उनसे पाकिस्तान के लिए जासूसी कराई जाने लगी।
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दोनों कथित पाकिस्तानी जासूसों को पड़ोसी देश की सीमा से सटे कच्छ जिले से गिरफ्तार किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘एटीएस को कच्छ के खावड़ा गांव के दो निवासियों पर पाकिस्तान के आईएसआई के जासूस के तौर पर काम करने का संदेह था और उन पर पिछले एक वर्ष से करीबी निगाह रखी जा रही थी।’
उन्होंने साथ ही कहा, ‘हमें सूचना मिली है कि उनके घरों की तलाशी के दौरान एटीएस ने उनके पास से एक पाकिस्तानी सिम कार्ड और एक मोबाइल फोन बरामद किया है।’ भारत और पाकिस्तान के मध्य बढ़ते तनाव के बीच यह गिरफ्तारी हुई है।
पाकिस्तान द्वारा भारत में हनीट्रैप बिछा जासूसी कराने का यह कोई पहला मामला नहीं है। पहले भी पाकिस्तान ऐसा करता आया है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंट भारतीयों को हनीट्रैप में फंसाकर सीक्रिट सूचनाएं हासिल करने की कोशिश करते रहे हैं।
पिछले साल भटिंडा एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात एक जवान रंजीत केके को जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। रंजीत कई साल से सोशल मीडिया पर दामिनी मैकनॉट नाम की एक महिला के संपर्क में था। दरअसल यह एक हनीट्रैप था। 
पाकिस्तान की तरफ से लगातार हो रही जासूसी की कोशिशों के बीच आईटीबीपी ने तो अपने जवानों को फेसबुक के इस्तेमाल में सावधानी बरतने का निर्देश तक दे दिया। आईटीबीपी ने अपने जवानों को खासकर अनजानी लड़कियों के फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार करने से बचने के लिए कहा।
 

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