आमतौर पर ड्रिंक करना डायबिटीज के लिए सही नहीं माना जाता है, लेकिन एक शोध में यह बात सामने आई है कि जो लोग एक हफ्ते में तीन या चार बार ड्रिंक करते हैं उन्हें कभी न ड्रिंक करने वाले लोगों के मुकाबले टाइप 2 डायबिटीज को रोकने में काफी मदद मिलती है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि वाइन शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने में हमारी मदद करता है। यह शोध एल्कोहल लेने वाले लगभग 70 हजार से ज्यादा लोगों पर किए गए थे। विशेषज्ञों का कहना है कि इस शोध के निष्कर्षों के बाद एल्कोहल के खूब सेवन को हरी झंडी नहीं मिल जाती बल्कि इसकी उतनी ही मात्रा का सेवन फायदेमंद है जितना कि स्वास्थ्य के लिए सही हो।
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रिसर्च से जुड़े एक शोधकार बताते हैं कि एल्कोहल का सेवन अगर कई भागों में तोड़कर किया जाए तो वह एक ही बार पीने से ज्यादा बेहतर परिणाम देता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर सप्ताह में तीन या चार बार एल्कोहल का सेवन किया जाय तो यह पुरुषों में 27 प्रतिशत और महिलाओं में 32 प्रतिशत डायबिटीज के खतरे को उन लोगों के मुकाबले कम कर देता है जो सप्ताह में केवल एक बार या उससे भी कम एल्कोहल का सेवन करते हैं। वाइन में पॉलीफेनॉल्स नाम का तत्व पाए जाने की वजह से यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में काफी मददगार है।
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बात जब बीयर की आती है तब शोध कहते हैं कि जो भी पुरुष सप्ताह में 6 बीयर तक पी जाते हैं उनमें डायबिटीज का खतरा उन लोगों से 21 प्रतिशत तक कम रहता है जो हफ्ते में कम से कम 1 वाइन पी लेते हैं। हालांकि महिलाओं के लिए खतरे पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। अन्य कई तरह के अध्ययनों की तरह इस शोध में भी ज्यादा एल्कोहल के सेवन और डायबिटीज में किसी भी प्रकार के संबंध होने का कोई लिंक नहीं मिलता। विशेषज्ञ बताते हैं कि एल्कोहल के सेवन का प्रभाव केवल डायबिटीज पर ही नहीं पड़ता बल्कि कई तरह के कैंसर, दिल की बीमारियों और लीवर बीमारियों के इलाज में भी अपना योगदान देता है।