हमारे देश के नेता ही नहीं ये भी करते हैं टैक्स की चोरी
एजेन्सी/कालाधन रखने वाले लोगों में अक्सर बड़े उद्योगपतियों का नाम लिया जाता है लेकिन इस मामले में दुनिया भर के राजनेता भी पीछे नहीं है। रविवार को जारी की गई एक ऐसी ही रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुुअ कि दुनिया के कई बड़े नेताओं के पास कालाधन है और वो भारी मात्रा में टैक्स चोरी करते हैं। इसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का परिवार, पाकिस्तानी प्रधामंत्री और कई देश के राष्ट्राध्यक्षों के नाम शामिल हैं।
कर चोरी से जुड़े इस मामले में करीब एक साल तक हुई विस्तृत जांच के बाद इन नामों का खुलासा किया गया है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि यह जांच किसी देश की सरकारी एजेंसी या किसी बड़े संस्थान ने नहीं बल्कि एक मीडिया संगठन ने करावाया है। इस जांच समिति में करीब 100 मीडिया संस्थानों के 300 से ज्यादा पत्रकारों को शामिल किया गया था। इस रिपोर्ट में दुनिया के करीब 140 राजनेताओं के नाम शामिल किए गए हैं। इसके अलावा कई खेल और उद्योग से जुड़े लोगों के भी नामों का खुलासा हुअा है।
इस जांच समिति ने खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय संगठन (आईसीआईजे) के माध्यम से अपने जांच रिपोर्ट को दुनिया भर के मीडिया संस्थानों से साझा किया। जांच के लिए समिति ने पनामा स्थित ‘मोजाक फोंसेका’ नामक एक कंपनी के दस्तावेजों का सहारा लिया जो दुनिया भर के कई बड़े और नामचीन लोगों के पैसों को छिपाने में उनकी मदद करती है। इसमें कंपनी के करीब 214,000 दस्तावेज शामिल थे। आईसीआईजे के मुताबिक इनमें से तो कई ऐसे दस्तावेज भी मिले जिसमें इन चोरियों को वैधानिक बताया गया।आईसीआईजे के डाइरेक्टर गेरार्ड रायल ने बताया कि इस जांच में मोसाक फोंसेका कंपनी के पिछले 40 सालों के दस्तावेजों को खंगाला गया, जिसके लिए कंपनी के एक-एक दिन के दस्तावेजों की गहनता से जांच की गई। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि संभवतः टैक्स चोरी करने वालों को लेकर यह दुनिया का सबसे बड़ा खुलासा है।’ कंपनी के अलावा कई अन्य तरह के दस्तावेजों का भी सहारा लिया गया, जिसे कई अन्य संस्थानों द्वारा जारी किया गया था।
इस लीक हुए दस्तावेजों में जिन बड़ी हस्तियों के नाम का खुलासा हुआ है कि उसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नजदीकी सहयोगियों के नाम शामिल हैं जिन्होंने करीब 200 करोड़ डॉलर की हेराफेरी की है। इसके अलावा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के परिवार के सदस्यों से जुड़ी कंपनियां भी टैक्स चोरी करने वाले सूची में शामिल हैं जबकि जिनपिंग अपने देश में ही भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
रिपोर्ट में जिन अन्य राजनेताओं के नाम शामिल किए गए हैं उनमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का भी नाम शामिल है। उनके परिवार और संबंधियों से जुड़ी कंपनियों ने टैक्स चोरी के लिए ‘टैक्स हेवेन’ का रास्ता अपनाया। इसके अलावा यूक्रेन ने राष्ट्रपति और सऊदी अरब के शासक का भी नाम इस सूची में शामिल किया गया है। इन लोगों ने भी भारी मात्रा में दूसरे देशों में पैसे जमा करा रखे हैं।कंपनी के दस्तावेजों के मुताबिक कालाधन रखने वालों में फुटबाल फेडरेशन के सदस्यों का भी नाम शामिल हैं। इमसें फीफा एथिक्स कमिटी से जुड़े जुआन पेड्रो दामियानी के व्यायसायिक लेनदेन की जानकारियां है, जो एक बड़े घोटाले की ओर इशारा करती है। इसके अलावा फीफा के पूर्व उपाध्यक्ष यूजेनियो फिगरेडो, ह्यूगो जिन्किस और उनके बेटे का नाम भी शामिल है। जिन्किस और उनके बेटे के ऊपर लैटिन अमेरिका में फुटबॉल मैच के प्रसारण अधिकार खरीदने के लिए धांधली करने के आरोप हैं।
दुनिया के जानेमाने फुटबॉलर लियोनेल मेसी भी टैक्स हेवेन में पैसा छिपाने वाले लोगों के सूची में नामजद किए गए हैं। मेसी और उनके पिता के अधिपत्य वाली मेगा स्टार इंटरप्राइजेज इनकार्पोरेशन के जरिए भारी मात्रा में हेराफेरी करने के संकेत मिले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक यूईएफए अध्यक्ष मिशेल प्लाटिनी भी पनामा में स्थित एक कंपनी के लाभार्थियों में शामिल हैं और वो भी अवैध लेनदेन का हिस्सा हैं। हालांकि, उन पर अब तक किसी तरह के घोटाले का आरोप नहीं लगा है।
बीबीसी ने भी टैक्स चोरी करने में मदद करने वाली कंपनी मोजेक फोंसेका पर पिछले 40 सालों से आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगाए। बीबीसी के मुताबिक यह कंपनी अपनी अधिकार सीमा से आगे जाकर टैक्स चोरी करने में लोगों की मदद करता रहा है।
फिलहाल इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि कंपनी के दस्तावेजों को आखिरकार किसने लीक किया। लेकिन इन दस्तावेजों से जो सबसे बड़ी बात सामने आई है वो ये है कि कालाधन केवल भारत के लिए ही नहीं बल्कि दुनिया के सभी देशों के लिए के बड़ी समस्या है।