देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में इस साल भी कांवड़ यात्रा रद्द कर दी गई है। उत्तराखंड सरकार ने कोरोना की वजह से यह फैसला लिया। हालांकि, उत्तराखंड से सटे उत्तर प्रदेश की सरकार चाहती है कि कांवड यात्रा रोकी न जाए। यह मामला सुप्रीम कोर्ट चला गया है। सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लेते हुए पूछा कि, कांवड़ यात्रा को परमीशन क्यों दी। इस तरह उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को बड़ा झटका लगा है। वहीं, इस मामले पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के फैसले की कोर्ट ने तारीफ की। अब मुख्यमंत्री पुष्कर का कहना है कि, लोगों की सुरक्षा जरूरी थी। लोग कोरोना की चपेट में न आएं, इसलिए हमने उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा को पहले ही रोक दिया।
बता दें कि, कांवड़ यात्रा 2021 पर उत्तराखंड सरकार ने जब रोक लगाई, उस दौरान उत्तर प्रदेश की सरकार ने कांवड़ यात्रा को अनुमति देने की बात कही थी। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया और जस्टिस रोहिंटन एफ नरीमन की अध्यक्षता वाली बेंच ने नोटिस जारी किया। बेंच ने कहा कि, केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार यह बताएं कि अनुमति क्यों दी गई।
वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का कहना है कि, कोरोना के कारण हमने यात्रा पर रोक लगाकर अच्छा किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “हमने सभी की सुरक्षा को प्राथमिकता से लेते हुए उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा को रोका है। लोगों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे पहले है। उत्तराखंड ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इससे पहले भी ने कांवड़ यात्रा रद्द करने के संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि, कांवड़ यात्रा आस्था की बात जरूर है, लेकिन लोगों की जिंदगी भी दांव पर नहीं लगाई जा सकती। उन्होंने कहा था कि, यह भगवान को भी अच्छा नहीं लगेगा कि कांवड़ यात्रा के कारण लोग कोरोना से अपनी जान गंवाएं।