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हमास ने गाजा में चार जासूसों को मौत के घाट उतारा

hamas-gazaगाजा पट्टी। इजराइल के लिए ‘‘मुखबिरी’’ करने के संदेह में हमास ने चार और फिलस्तीनी नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया। गाजा पट्टी पर हमास का नियंत्रण है। जबालिया शरणार्थी शिविर के मस्जिद परिसर में नकाबपोश हमास चरमपंथियों ने शनिवार को दुश्मनों के लिए जासूसी करने के आरोप में बेहद क्रूरता से फिलस्तीनियों को गोली मार दी। हमास से जुड़े अल-मज्द वेबसाइट ने सुरक्षा बलों के हवाले से बताया कि ‘‘कानूनी प्रकियाओं को पूरा किए जाने के बाद’’ चारों को ‘‘इन्कलाबी तरीके से’’ मार दिया गया। वेबसाइट ने चेतावनी दी कि भविष्य में यदि कोई इस तरह की मुखबिरी करेगा तो उसका यही हश्र होगा। इस्लामिस्ट गुट ने सामाजिक स्थिरता के लिए और उनके परिवार के खिलाफ प्रतिक्रिया के भय से मारे गए नागरिकों के नाम या चित्र जारी करने से इंकार कर दिया। इसके साथ ही मारे गए फिलस्तीनी संदिग्धों की संख्या बढ़कर 25 हो गई। इनमें से 18 नागरिकों को शुक्रवार को व तीन को गुरुवार को मौत के घाट उतारा गया। हमास ने इजराइल को चेतावनी दी है कि उसकी सैन्य शाखा- ‘कसाम ब्रिगेड’ के तीन शीर्ष नेताओं की हत्या किए जाने की उसे कीमत चुकानी होगी। इससे पहले पश्चिमी तट का नियंत्रण करने वाले फिलस्तीनी प्रशासन (पीए) ने कथित मुखबिरों की हत्या किए जाने की भर्त्सना करते हुए इसे कानून से इतर बताया है। पीए के राष्ट्रपति कार्यालय ने हमास की आलोचना करते हुए इस तरह के मामलों में मौजूदा कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करने में विफल रहने का आरोप लगाया है। फिलस्तीनी कानून के मुताबिक इजराइल के मुखबिरों को मौत की सजा दिए जाने का प्रावधान है। हालांकि राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने वर्ष 2005 से मृत्युदंड दिए जाने पर रोक लगा दी है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने हमास का आह्वान किया है कि वह संदिग्ध मुखबिरों को मौत की सजा देने के अभियान को रोके। गाजा में मरने वाले फिलस्तीनी नागरिकों की संख्या बढ़कर 2,102 हो गई है, इनमें 500 बच्चे शामिल हैं। 47 दिन से चल रहे संघर्ष में 10,550 लोगों के घायल होने की सूचना है। इजराइल में 68 लोगों के मरने की सूचना है। संयुक्त राष्ट्र एजेसिंयों ने कहा है कि गाजा में मारे गए लोगों में से 70 प्रतिशत आम नागरिक हैं जिनमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

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