चंडीगढ़। कहा जाता है कि नेता किसी भी रंग में आ जाते हैं और यह बात कम से कम हरियाणा में सच दिखाई देती है, जहां अगले महीने होने जा रहे विधानसभा चुनाव को देखते हुए कई रंग नजर आ रहे हैं। राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए 15 अक्टूबर को मतदान कराया जाना है। प्रमुख पार्टियां खुद को अलग-अलग रंगों में पहचान देती हैं। चाहे पगड़ी हो, दुपट्टा, पटका या जैकेट और कुर्ता और यहां तक कि अपने वाहनों को भी विभिन्न पार्टियों के नेता अपनी पार्टी के रंग में दिखा रहे हैं। एक दशक तक सत्ता में बनी रहने वाली कांग्रेस यह दिखाने की पुरजोर कोशिश में है कि उसका स्वास्थ्य बिलकुल दुरुस्त है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा कांग्रेस ने अपना रंग गुलाबी तय किया है। हुड्डा खुद भी हर राजनीतिक कार्यक्रम में गुलाबी पगड़ी बांधना पसंद करते हैं। उन्होंने नई दिल्ली के रामलीला मैदान में नवंबर 2012 में आयोजित एक रैली में गुलाबी रंग को प्रवेश कराया था। इस रैली को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संबोधित किया था। इस सभा में शामिल होने वाले अधिकांश लोग भी गुलाबी पगड़ी बांध कर आए थे, ताकि उन्हें पहचाना जा सके कि वे हरियाणा से आए हैं। एजेंसी