हरियाणा में बीफ पर फिर गरमाई सियासत, संपादक बर्खास्त
हरियाणा में बीफ को लेकर एक बार फिर सियासत गरमा गई। सरकारी मैगजीन में बीफ पर छपे लेख के कारण संपादक को बर्खास्त कर दिया गया। पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बीफ संबंधी बयान से विवाद छिड़ा था। अब शिक्षा विभाग की मैग्जीन शिक्षा सारथी बीफ को लेकर चर्चा का विषय बन गई है।
फिलहाल इस मामले में मैग्जीन की संपादक डॉ. देवयानीको सरकार ने उनके पद से हटा दिया है। मैग्जीन में आयरन के स्रोत के तौर पर बीफ के बारे में बताया गया है। यह मामला मीडिया में सुर्खियों में आने के बाद तूल पकड़ गया।
हालांकि शिक्षा विभाग के अधिकारी इसे इतनी बड़ी बात नहीं बता रहे हैं, लेकिन प्रदेश की भाजपा सरकार को इस मामले में कड़ा कदम उठाना पड़ गया है। शिक्षा विभाग द्वारा हर महीने प्रकाशित की जाने वाली मैग्जीन शिक्षा सारथी के सितंबर के अंक में यह लेख छपा है।
इसके बाद हरियाणा सरकार ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया है। शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि इसका सरकार से कोई लेना देना नही है। शिक्षा मंत्री ने कहा की उन्होंने आदेश दिए हैं की हरियाणा की किसी भी मैग्जीन में यह नहीं छपना चाहिए।
साथ ही मैग्जीन के संपादक को उनके पद से हटा दिया गया है। रामबिलास शर्मा ने कहा की सरकार हरियाणा में गोरक्षा को लेकर कानून बना चुकी है। मैग्जीन में जो छपा है, उसका सरकार से कोई लेना देना नही है ।
हरियाणा में गोवंश की रक्षा के लिए विशेष तौर पर विधानसभा में कानून बनाया गया है। मैग्जीन ने यह सफाई दी गई है कि यह किसी वैज्ञानिक की रिपोर्ट के आधार पर छापा गया है। हमने मैग्जीन के संपादक को पद मुक्त कर दिया है। आगे भी इस मामले में कार्रवाई करेंगे।