हरियाणा में 18 जिलों के लिंगानुपात में भारी बढ़ोतरी दर्ज
-लिंगानुपात में सिरसा में सबसे अधिक 935 और महेन्द्रगढ़ में सबसे कम 850
चंडीगढ़। विधानसभा सत्र के दौरान एक प्रश्न के जवाब में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के शुरू होने के बाद से प्रदेश में लिंगानुपात में 29 अंकों की सुधार आया है। इससे दिसम्बर 2014 का लिंगानुपात 871 से बढ़कर 900 हो गया है। विज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए गए जागरूकता एवं सघन जांच अभियान से राज्य के 18 जिलों के लिंगानुपात में भारी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विभाग द्वारा उठाए गए कदमों के फलस्वरूप वर्ष 2014 की तुलना में बढ़कर वर्ष 2016 में हरियाणा राज्य का लिंगानुपात 900 हो गया है। इसके अन्तर्गत प्रदेश के 12 जिलों का लिंगानुपात बढ़कर 900 से अधिक हुआ है तथा 06 जिलों का अनुपात 875 और 900 के मध्य रहा है। स्वास्थ मंत्री ने बताया कि सिरसा का लिंगानुपात सबसे अधिक 935 हो गया है, जबकि पंचकूला का 923, फतेहाबाद का 918, पलवल का 913, करनाल का 908, हिसार का 913, पानीपत, अम्बाला एवं मेवात का 912, सोनीपत 901, रोहतक 905 तथा जीन्द का लिंगानुपात 900 हुआ है। इनके अलावा यमुनानगर का 898, भिवानी का 895, कैथल का 887, फरीदाबाद का 895, गुरूग्राम का 883, झज्जर का 884 है। इनके अतिरिक्त रेवाड़ी का 870, कुरूक्षेत्र का 859 तथा महेन्द्रगढ़ का प्रदेश में सबसे कम 850 लिंगानुपात है।