हवाई हवाई यात्राओं के लिए इसरो उपलब्ध कराएगा सेटेलाइट सेवाके लिए इसरो उपलब्ध कराएगा सेटेलाइट सेवा
एजेन्सी/सुरक्षित हवाई यात्राओं के लिए इसरो सेटेलाइट सेवा उपलब्ध कराएगा। इस बाबत अंतरिक्ष विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच जल्द एमओयू होगा। अंतरिक्ष विभाग की सेवाएं हवाई अड्डों के निर्माण में तकनीकी सहायता के लिए उपलब्ध होंगी। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने यह जानकारी दी।
डॉ. सिंह ने कहा कि इसरो के सेवाओं से एयरपोर्ट अथॉरिटी को यह तय करने में आसानी होगी कि किसी एयरपोर्ट के चारों ओर कितनी खाली जगह छोड़नी है। अब तक यह अनुमान के आधार पर होता था।
इसरो की सेवाओं के बाद यह डाटा आधारित होगा। इससे भूमि का सही उपयोग हो सकेगा। वर्तमान में हैदराबाद और पोर्ट ब्लेयर एयरपोर्ट पर इसरो की सेवाएं पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई हैं। अब इस प्रोजेक्ट को देश के 42 एयरपोर्ट में लागू करने की योजना है।केंद्रीय मंत्री ने बताया कि शहरी विकास मंत्रालय से भी एमओयू हुआ है। स्मार्ट सिटी योजना में भी इसरो सहायता दे रहा है। रेलवे मंत्रालय के अलावा कृषि मंत्रालय के कार्यों में भी इसरो की मदद के लिए एमओयू हो चुका है।
किसानों को मिट्टी जांच से लेकर सूखे और बाढ़ की पूर्व सूचना भी इसरो के माध्यम से मिल सकेगा। इससे किसान नुकसान से बच सकेंगे और फसलों का उत्पादन बढ़ेगा। रबी फसलों के लिए भी सूचनाएं उपलब्ध कराई जाने लगी है। सिंचाई संबंधी सूचनाएं और डाटा भी इसरो उपलब्ध कराएगा।
अंतरिक्ष विभाग का डाक विभाग से एक अलग एमओयू होगा। इससे पार्सल के लोकेशन की जानकारी हो सकेगी। पार्सल खुद बताएगा कि वह किस समय किस स्थान पर पहुंचा है और उसकी डिलवरी कब होगी। इससे डाक सेवाओं की गति बढ़ सकेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर अंतरिक्ष विभाग ने दो साल में कई अहम उपलब्धियां हासिल की हैं। अंतरिक्ष विभाग की भूमिका अब सेटेलाइट लांच करने तक सीमित नहीं है। इसरो अब जन सेवा से जुड़े कार्यों में योगदान दे रहा है।